पंजाब के पटियाला में सेना के कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनके बेटे के साथ कथित रूप से हुई मारपीट के मामले में उनकी पत्नी जसविंदर कौर बाठ ने इंसाफ की मांग की है. शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वह भावुक होकर रो पड़ीं और बताया कि कैसे उनके पति और बेटे को पंजाब पुलिस के 12 अधिकारियों ने बुरी तरह पीटा.
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पति की शिकायत पर FIR दर्ज नहीं की गई और पुलिस ने जानबूझकर मामले को कमजोर करने की कोशिश की. साथ ही उन्होंने यह मामला CBI को सौंपने की मांग की है ताकि निष्पक्ष जांच हो सके.
क्या है मामला?
यह घटना 13 और 14 मार्च की रात पटियाला के सरकारी राजिंद्रा अस्पताल के पास हुई. कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनके बेटे एक ढाबे पर खड़े होकर खाना खा रहे थे. इसी दौरान सादे कपड़ों में कुछ पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और कर्नल से गाड़ी हटाने के लिए कहा.
जब कर्नल ने उनके गलत व्यवहार पर आपत्ति जताई, तो एक पुलिसकर्मी ने उन पर हमला कर दिया. इसके बाद बाकी पुलिसकर्मियों ने भी उन पर और उनके बेटे पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं. इस हमले में कर्नल की एक बाजू टूट गई, जबकि उनके बेटे के सिर पर गहरी चोट आई.।
पत्नी का आरोप FIR में पुलिस ने गवाही बदली
कर्नल की पत्नी जसविंदर कौर बाठ ने कहा कि FIR उनके पति के बयान पर दर्ज नहीं की गई, बल्कि ढाबा मालिक के बयान को आधार बनाया गया. साथ ही उन्होंने पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) नानक सिंह पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने कार्रवाई करने में लापरवाही बरती और बार-बार FIR दर्ज करने का झूठा भरोसा दिया.
उन्होंने SSP नानक सिंह को पटियाला से हटाने की भी मांग की है, क्योंकि वह मामले में कोई मदद नहीं कर रहे हैं. गुरुवार को कर्नल का परिवार पंजाब के राज्यपाल से मिला और CBI जांच की मांग की. पत्नी ने कहा कि गवर्नर ने उनके सामने राज्य के DGP से भी बात की और कहा कि FIR कर्नल के बयान के आधार पर दर्ज होनी चाहिए.
12 पुलिसकर्मी सस्पेंड, लेकिन कार्रवाई अधूरी
घटना के बाद 12 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है. लेकिन कर्नल की पत्नी ने आरोप लगाया कि इन अधिकारियों के नाम FIR में शामिल नहीं किए गए. उन्होंने कहा कि अगर मेरे पति और बेटे को दोषी पाया जाता है, तो उन्हें भी सजा दी जाए, लेकिन पुलिसवालों को बचाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए.