अमृतसर ट्रेन हादसे पर भले ही रेलवे का कहना हो कि इसमें उनकी ओर से कोई गलती नहीं हुई हो, लेकिन कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर अभी इस घटना के लिए रेलवे स्टाफ और प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रही हैं. नवजोत कौर ने कहा कि जब वह रावण दहन कार्यक्रम में मौजूद थीं तो स्टेज से बार-बार कहा जा रहा था कि जो लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े हैं वो अंदर आ जाएं, क्योंकि वहां जगह काफी भी बची हुई है. उन्होंने कहा कि बार-बार घोषणा के बावजूद लोगों ने अपील पर ध्यान नहीं दी.
नवजोत कौर ने अपने बारे में कहा कि जब रावण दहन का कार्यक्रम होता है तो आपको ध्यान नहीं होता है कि बाहर के लोग किधर हैं? नवजोत कौर ने कहा, "आपने देखा होगा सब लोग वहां खड़े होकर वीडियो बना रहे थे, यहां तक कि जो पीछे थे उन्हें नहीं पता था कि आगे क्या हो गया."
नवजोत कौर ने घटना के लिए रेलवे को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि क्या गेटमैन को दिखा नहीं कि आगे लोग पटरी पर खड़े हैं. उन्होंने कहा, "रेलवे का जो बंदा फाटक बंद कर रहा है उसको दिखा नहीं कि ट्रेन आ रही है...ट्रेन ट्रैक पर बंदे हैं...वो तो वहीं था ना...मौके पर...जो गेट को बंद करता है...वो पीछे से ट्रेन को अलर्ट करता है...ट्रेन स्लो हो जाए...उस बंदे को पता नहीं था कि सुबह से वहां रावण लगा हुआ है..."
बता दें कि जोड़ा फाटक में हुए इस कार्यक्रम में नवजोत कौर चीफ गेस्ट थीं. नवजोत कौर भले ही इस कार्यक्रम के लिए रेलवे पर दोषारोपण कर रही हों, लेकिन रेलवे ने इसे अपनी जिम्मेदारी नहीं बताया है. रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि घटनास्थल से गेटमैन 300 मीटर दूर तैनात था, उसे घटनास्थल के बारे में जानकारी कैसे होती. उन्होंने कहा कि जोड़ा फाटक के पास दशहरा कार्यक्रम के लिए प्रशासन और कार्यक्रम आयोजकों ने रेलवे को सूचित नहीं किया गया था. इस हादसे में अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है.