अकाली दल-बीजेपी सरकार को हटाकर पंजाब में सत्ता पाने की चाहत में जुटी कांग्रेस को आम आदमी पार्टी रोड़ा नजर आने लगी है. रणनीतिकार प्रशांत किशोर और कैप्टन अमरिंदर सिंह मिलकर इसका तोड़ निकालने के लिए नए नए नुस्खे अपनाने जा रहे हैं.
कॉफी विद कैप्टन और हल्के विच कैप्टन जैसे प्रोग्राम करने के बाद तमाम सर्वे कराए गए. इसके बाद पाया गया कि बेरोजगारी पंजाब की सबसे बड़ी समस्या है. दूसरी तरफ आप ने इसको ही सियासी हथियार बनाकर युवाओं पर डोरे डाले हैं. ऐसे में कांग्रेस राज्य में हर जरूरतमंद परिवार में एक को सरकारी नौकरी का दांव खेलने जा रही है.
घर-घर जाएंगे युवा कांग्रेसी और भरवाएंगे फॉर्म
प्लान के मुताबिक बूथ लेवल पर तैनात दो युवा कांग्रेसी एक फॉर्म लेकर हर घर में जाएंगे. फॉर्म में चंद सवाल होंगे, जिसको घर के लोगों से बात करके भरा जाएगा. पूछा जाएगा कि क्या घर में कोई सरकारी नौकरी करता है? घर में कितने लोग पढ़े लिखे बेरोजगार हैं? उनकी क्वालिफिकेशन कितनी है? कितने युवा हैं और वो लड़का है या लड़की? कौन-कौन नौकरी चाहते हैं ? परिवार की प्राथमिकता लड़की को नौकरी कराने की है या लड़के को? जो नौकरी चाहते हैं उनके या उनके अभिभावकों के नाम, फोन या मोबाइल नंबर और पते भी इस फॉर्म में होंगे. साथ ही परिवार को एक्नॉलेजमेंट के तौर पर पर्ची भी दी जाएगी.
सरकार आने पर हर जरूरतमंद घर में एक सरकारी नौकरी का वादा
पंजाब में ड्रग्स की समस्या से जूझ रहे नौजवानों को रोजगार देने का दांव कांग्रेस आप को काउंटर करने के लिए चलाने जा रही है. वादा करेगी कि सरकार बनने के बाद प्राथमिकता के लिहाज से हर जरूरतमंद परिवार को कम से कम एक को सरकारी नौकरी दी जाएगी. भरे गए फॉर्म के जरिए सरकार बनने के बाद खुद ही परिवारों से संपर्क साधा जाएगा और वादा पूरा किया जाएगा.
इस मुद्दे पर 'आज तक' से बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पंजाब में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि हम एक अच्छा कदम उठा रहे हैं. अकाली दल- बीजेपी सरकार ने सिर्फ बेरोजगारी फैलाई है. तमाम पद खाली पड़े हैं. हम वादा निभाएंगे.
फॉर्म के जरिए एक तीर से दो निशाने
नौकरी फॉर्म के जरिए कांग्रेस एक तीर से दो निशाने साधना चाहती है. एक तो लोगों को नौकरी की उम्मीद जगाकर वोट पा ले और दूसरा ये कि फॉर्म के जरिए पूरे राज्य में नौजवानों का डेटा बेस तैयार हो जाए. जिसके जरिए वो चुनाव में व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर और मेल का इस्तेमाल अपने प्रचार प्रसार के लिए सीधे कर सके. दरअसल, कांग्रेस को लगता है कि युवा और सोशल मीडिया ही आप की सियासत को चमका रहे हैं. ऐसे में वो इसी तरह मुकाबला करके उसको पटखनी दे सकती है.
कहां से आएंगी इतनी नौकरियां
कांग्रेस वादा तो कर रही है, लेकिन इतनी नौकरियां वो कैसे इजाद करेगी या फिर आप के दबाव में किया गया ये वादा महज चुनावी लॉलीपॉप है? इसका जवाब भी कांग्रेस को जनता के सामने रखना होगा. हालांकि कांग्रेस के सूत्रों का दावा है कि कहां और कैसे नौकरियां दी जाएंगी इसका ब्लू प्रिंट भी खुद कैप्टन अमरिंदर सिंह आने वाले वक्त में अपने भाषणों में जनता के सामने रखेंगे और जरूरतमंदों से किया वादा पूरा करेंगे.