कोरोना का कहर पूरे देश में तबाही का मंजर दिख रहा है. कहीं पर ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की जान जा रही है तो कहीं पर समय रहते अस्पताल में बेड नहीं मिल पा रहे हैं. राजधानी दिल्ली में तो स्थिति इतनी विस्फोटक है कि अब रोज के 300 से ज्यादा मरीज अपनी जान गंवा रहे हैं. ऑक्सीजन की भी ऐसी कमी है कि अब अस्पताल मरीजों को एडमिट भी नहीं कर पा रहे हैं. इस बीच बताया जा रहा है कि अब दिल्ली और दूसरे पड़ोसी राज्यों से कोविड मरीजों का पलायन शुरू हो गया है.
दिल्ली से कोविड मरीजों का पलायन
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली से कई कोविड मरीज अब इलाज के लिए पंजाब का रुख कर रहे हैं. दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत हो रही है, ऐसे में कई मरीज पंजाब के अस्पतालों में भर्ती होकर अपना इलाज करवा रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली से आए कई मरीजों को पटियाला और जालंधर के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है. वहीं हिमाचल और जम्मू से भी कई कोविड मरीज पंजाब के अस्पतालों में भर्ती हुए हैं. अस्पताल प्रशासन की मानें तो वे किसी भी मरीज को इलाज के लिए मना नहीं कर सकते हैं, लेकिन दूसरे राज्यों से लगातार आ रहे मरीज उनकी स्वास्थ्य सेवाओं पर अतिरिक्त दवाब डाल रहे हैं.
पंजाब में इलाज करवा रहे दिल्ली के मरीज
पटियाला के सिविल सर्जन संतिदर सिंह बताते हैं कि इस समय राजिंदर अस्पताल में दिल्ली से आए 14 कोविड मरीज भर्ती हैं. वहीं जालंधर के अस्पतालों में बाहरी राज्यों से आए 35 से 40 कोविड मरीजों का इलाज जारी है. बताया गया है कि ज्यादातर मरीजों को इस समय ऑक्सीजन की जरूरत है. ऐसे में कई लोग दिल्ली, हिमाचल और हरियाणा से सीधे पंजाब का रुख कर रहे हैं. कोई अपने रिश्तेदारों के जरिए अस्पताल में बेड का इंतजाम करवा रहा है तो कोई सीधे किसी बड़े अस्पताल से संपर्क साध रहा है.
बढ़ते मरीजों के साथ ऑक्सीजन डिमांड हाई
लगातार बढ़ते मरीजों की वजह से पंजाब में ऑक्सीजन की डिमांड काफी ज्यादा हो गई है. अभी रोजाना 250 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है, जो आने वाले दिनों में 300 मीट्रिक टन तक जा सकती है. बढ़ती डिमांड को देखते हुए सीएम अमरिंदर सिंह की तरफ से भी कहा गया है कि दूसरे राज्यों से आए मरीजों की वजह से पंजाब में ऑक्सीजन सप्लाई चुनौती बन गई है. मालूम हो कि राज्य में कोरोना के मामले काफी स्पीड से बढ़े हैं. पिछले 24 घंटे में 5724 नए मामले दर्ज किए गए हैं, वहीं 92 लोगों ने अपना दम तोड़ दिया है. राज्य की तरफ से लगातार केंद्र से अतिरिक्त ऑक्सीजन की मांग की जा रही है.