नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने स्कूट एयरलाइंस की लापरवाही मामले में संज्ञान लिया है. जिसके बाद DGCA ने एयरलाइंस को प्रभावित यात्रियों को टिकट के पैसे रिफंड करने के निर्देश दिए हैं. दरअसल, 18 जनवरी को स्कूट एयरलाइंस की फ्लाइट शाम 7:55 अमृतसर से सिंगापुर के लिए रवाना होनी थी, लेकिन फ्लाइट पांच घंटे पहले ही दोपहर तीन बजे टेक ऑफ कर गई. जिसके चलते कई यात्री एयरपोर्ट पर छूट गए थे. जिसके बाद उन्होंने जमकर हंगामा काटा था.
इस मामले में DGCA ने संज्ञान लेकर स्कूट एयरलाइंस से एक रिपोर्ट मांगी थी. इस रिपोर्ट के आधार पर एयलाइंस को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. जिसमें प्रभावित 17 यात्रियों को तत्काल प्रभाव से रिफंड करने या फिर दूसरी फ्लाइट में नि:शुल्क टिकट देने के लिए कहा गया है. अधिकारियों के तत्काल प्रभाव से लिए गए इस एक्शन की लोग तारीफ भी कर रहे हैं.
DGCA ने एयरलाइंस को दिए ये निर्देश-
1. 14 दिनों के भीतर दूसरी फ्लाइट में नि:शुल्क पुन: बुक करें
2. वाउचर के रूप में टिकट की फीस की 120% वापसी.
3. पेमेंट के माध्यम से एयरलाइन द्वारा 100% रिफंड.
(इन तीनों विकल्पों में से प्रभावित यात्री कोई भी एक को चुन सकते हैं)
एयरलाइंस ने दी थी ये सफाई
मामले के तूल पकड़ने के बाद सिंगापुर एयरलाइंस से जुड़ी स्कूट एयरलाइंस की तरफ से सफाई दी गई थी. जिसमें एयरलाइंस के एक प्रवक्ता ने कहा था कि खराब मौसम की वजह से फ्लाइट का टाइम तय समय से बदलकर 3.45 बजे कर दिया गया था. स्कूट इस असुविधा के लिए माफी मांगता है. सभी यात्रियों को ईमेल भेजकर टाइम में बदलाव की सूचना दी गई थी. जिसके आधार पर 263 यात्री समय से एयरपोर्ट पहुंच गए थे. लेकिन कुछ यात्री नहीं आ सके थे.
10 जनवरी को गो फर्स्ट के यात्रियों संग भी हुई ऐसी घटना
बता दें कि इससे पहले 10 जनवरी को गो फर्स्ट (Go First) की एक फ्लाइट 50 से ज्यादा यात्रियों को छोड़कर उड़ान चली गई थी. जब फ्लाइट ने उड़ान भरी तो ये यात्री रनवे पर बस में सवार थे. लेकिन फ्लाइट इन्हें छोड़ गई और उड़ान भर गई. यह मामला बेंगलुरु से दिल्ली जा रही गो फर्स्ट फ्लाइट G8116 का था, जब सोमवार सुबह 6.30 बजे बेंगलुरु हवाईअड्डे से रवाना हुई. इस लापरवाही को लेकर DGCA ने गो फर्स्ट से इस पर स्पष्टीकरण मांगा कि उसने लगभग 50 यात्रियों को बस में टरमैक पर क्यों छोड़ दिया? इस जवाब को देने के लिए DGCA ने एयरलाइन कंपनी के COO को दो हफ्तों का समय दिया.