किसानों के एमएसपी पर कानून बनाए जाने की मांग को लेकर चल रहे विरोध-प्रदर्शन के दौरान शूंभू बॉर्डर पर एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत हो गई. अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के अंबाला के पास शंभू सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों में से एक 63 साल के ज्ञान सिंह को दिल का दौरा पड़ा जिससे उनकी मौत हो गई.
रिपोर्ट के मुताबिक ज्ञान सिंह नाम ने सुबह सीने में दर्द की शिकायत की जिसके बाद उन्हें पंजाब के राजपुरा के सिविल अस्पताल ले जाया गया. अधिकारी ने बताया कि उन्हें फिर वहां से पटियाला के राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
पंजाब के गुरदासपुर जिले के रहने वाले ज्ञान सिंह दो दिन पहले किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च में भाग लेने के लिए शंभू सीमा पर आए थे. इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगे हैं. किसान संगठन सरकार पर दबाव बना रहे हैं जिसके बाद कई दौर की बीतचीत के बाद भी इसका हल नहीं निकल पाया है.
शंभू सीमा पर डटे हुए हैं किसान
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने दिल्ली चलो मार्च का आह्वान किया था. किसानों ने मंगलवार को मार्च शुरू किया और तब से पंजाब और हरियाणा की शंभू और खनौरी सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं. किसान यूनियन नेताओं और सरकार के बीच गुरुवार को तीसरे दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही थी. अगले दौर की बातचीत अब फिर रविवार को होगी.
बता दें कि किसानों के प्रदर्शन की वजह से राजधानी दिल्ली में भीषण जाम की स्थिति पैदा हो गई है. संयुक्त किसान और किसान मजदूर मोर्चा ने आज (16 फरवरी) भारत बंद का आह्वान किया है. इसके चलते बॉर्डर्स पर सघन चेकिंग चल रही है. इसके चलते दफ्तर का समय शुरू होते ही ट्रैफिक जाम की समस्या शुरू हो गई है.
दिल्ली में लग रहा जाम
गाजीपुर बॉर्डर पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई हैं. हालांकि, किसान आंदोलन के चलते दिल्ली की सीमाओं पर बैरिकेडिंग के चलते भी रास्ते डायवर्ट हैं या फिर निकलने का रास्ता संकरा कर दिया गया है. इस वजह से भी दिल्ली की सीमाओं पर पिछले चार दिन से भयंकर ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो रही है.