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पंजाब: कृषि कानून पर बरसने के बाद किसान नेता बोले- 'मेरा समय खत्म '... और थम गई सांस

दातार सिंह के निधन से किसान नेताओं और उनके चाहने वालों के बीच शोक की लहर दौड़ गई. उनके प्रशंसकों का कहना है कि दातार सिंह की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता है. वह हमेशा किसानों का हित चाहते थे.

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किसान नेता मास्टर दातार सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई. (फोटो-आजतक)
किसान नेता मास्टर दातार सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई. (फोटो-आजतक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • संबोधन खत्म करने के बाद दातार सिंह को हुआ हार्ट अटैक
  •  कीर्ति किसान यूनियन के प्रमुख थे दातार सिंह
  • कृषि कानून के विरोध में दिल्ली भी आ चुके थे दातार

पंजाब के अमृतसर में कीर्ति किसान यूनियन के प्रधान मास्टर दातार सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. उन्होंने एक सभा में जैसे ही अपने संबोधन को विराम दिया उसके बाद ही मंच पर उन्हें हार्ट अटैक हुआ और अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई. अमृतसर के विरसा विहार में स्वतंत्रता सेनानी  उजागर सिंह की याद में रखे गए कार्यक्रम में दातार सिंह शिरकत करने पहुंचे थे.

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किसान आंदोलन को लेकर मंच से अपने विचार रख रहे दातार सिंह ने कहा, अलविदा! मेरा समय खत्म होता है. इतना कहने के बाद जैसे ही वह कुर्सी पर बैठे उन्हें हार्ट अटैक की शिकायत हुई जिसके बाद अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई.

बताया जा रहा है कि  दातार सिंह तीन दिन पहले ही दिल्ली धरने से लौटे थे और अमृतसर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. उन्हें मंच पर बुलाकर सम्मानित भी किया जाना था लेकिन उससे पहले ही यह घटना हो गई.

दातार सिंह के निधन से किसान नेताओं और उनके चाहने वालों के बीच शोक की लहर दौड़ गई. उनके प्रशंसकों का कहना है कि दातार सिंह की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता है. वह हमेशा किसानों का हित चाहते थे.

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दातार सिंह कृषि कानून वापस लिए जाने को लेकर कई प्रदर्शनों में भी शामिल हुए थे. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि मोदी सरकार कृषि कानून का समाधान तलाशने के बजाए किसान नेताओं को बांटने में जुटी हुई है. उन्होंने कहा था कि सरकार जबतक कृषि कानून वापस नहीं ले लेती है तबतक किसान अपने घर नहीं जाएंगे.

 

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