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किसान बिल: पंजाब में प्रदर्शन तेज, भगत सिंह के गांव में आज धरने पर बैठेंगे अमरिंदर

केंद्र सरकार के द्वारा कृषि सुधार से जुड़े तीन विधेयक लाए गए हैं, जिसमें मंडी एक्ट से लेकर अन्य कई मुद्दों पर बदलाव किया गया है.

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कैप्टन अमरिंदर सिंह
कैप्टन अमरिंदर सिंह
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कृषि बिल के विरोध में पंजाब में हल्ला बोल
  • आज धरने पर बैठेंगे पंजाब सीएम अमरिंदर

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ हल्ला बोल जारी है. पंजाब और हरियाणा ऐसे राज्य हैं जहां इन कानूनों का खुलकर विरोध हो रहा है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज इसी कानून के खिलाफ धरने पर बैठने जा रहे हैं. 

अमरिंदर सिंह आज शहीद ए आजम भगत सिंह की जयंती के अवसर पर उनके पैतृक गांव खटकर कलां पहुंचेंगे. यहां पहले अमरिंदर सिंह भगत सिंह को श्रद्धांजलि देंगे और फिर यहां पर ही धरने पर बैठ जाएंगे. बता दें कि भगत सिंह का जन्म लायलपुर में हुआ था, लेकिन उनके परिवार का पैतृक गांव यहां खटकर कलां ही था.

केंद्र सरकार के द्वारा कृषि सुधार से जुड़े तीन विधेयक लाए गए हैं, जिसमें मंडी एक्ट से लेकर अन्य कई मुद्दों पर बदलाव किया गया है. किसान संगठन और विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं. हालांकि, इस विरोध का कोई असर नहीं हुआ क्योंकि तीनों विधेयकों पर राष्ट्रपति हस्ताक्षर कर चुके हैं और अब ये कानून में बदल गए हैं.  

अमरिंदर सिंह लगातार इस बिल के खिलाफ बयान दे रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक तौर पर ये उनका पहला प्रदर्शन होगा. उनके साथ हरीश रावत और राज्य सरकार के कुछ अन्य मंत्री भी शामिल होंगे. कांग्रेस की राज्य यूनिट का कहना है कि पार्टी की ओर से इन कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेगा और लंबे वक्त तक अलग-अलग हिस्सों में ये विरोध होगा.

गौरतलब है कि कृषि बिल के विरोध की अगुवाई पंजाब ही कर रहा है. पंजाब से ही आने वाले अकाली दल ने इस कानून के विरोध में पहले केंद्र सरकार से इस्तीफा दिया और बाद में एनडीए के साथ छोड़ दिया. अकाली दल और भाजपा करीब तीन दशकों से एक साथ थे, लेकिन अब ये साथ भी टूट गया है. 

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