पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है कि जब तक किसानों को उचित समाधान मुहैया नहीं कराया जाता है तब तक 'उनसे फसलों के अवशेष को ना जलाने उम्मीद नहीं की जा सकती.' दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच वायु प्रदूषण और पराली जलाने के मुद्दे पर हुई बैठक के दिन उनका बयान आया है.
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि पराली जलाने की समस्या खत्म करने के लिए किसी और विकल्प की आवश्यकता ह. उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार आसान हल ढूंढ रही है.
दिल्ली सहित उत्तरी राज्यों में बढ़ते वायु प्रदूषण के लिए पंजाब और हरियाणा के किसानों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है जो उनके पराली जलाने के कारण होता है.
अमरिंदर ने एक न्यूज एजेंसी को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘पराली जलाने से रोकने के लिए हम किसानों में जागरूकता फैला रहे हैं और ऐसा न केवल दूसरों के लिए बल्कि उनके लिए कर रहे हैं क्योंकि इस तरह के वायु प्रदूषण से वे भी बुरी तरह प्रभावित हैं.’ उन्होंने कहा, ‘बहरहाल जब तक हम उन्हें उचित समाधान मुहैया नहीं कराते हमें उनसे फसलों के अवशेष को ना जलाने की पूरी तरह से उम्मीद नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह उनकी आजीविका और अस्तित्व का विषय है.’ उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक से इस तरह के गंभीर मुद्दे का ‘राजनीतिकरण’ करने से दूर रहने की सलाह भी दी.