उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के किसानों के एक लाख रुपए तक के कर्जे माफ करने के ऐलान के बाद अब पंजाब में भी किसानों के कर्ज माफी की मांग तेज होने लगी है. दरअसल पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के किसानों से ये वादा किया था कि वो सत्ता में आने पर किसानों के ऋण की पूरी रकम माफ कर देंगे और इसके लिए बाकायदा प्रशांत किशोर की टीम और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पंजाब के किसानों से एक फॉर्म भरवाकर उनको रसीदें भी दी थी.
एक कैंपेन चलाया गया था जिसे नारा दिया गया था "कर्जा कुर्की खत्म और फसल की पूरी रकम" यानि किसानों का कर्जा माफ किया जाएगा, उनकी जमीन और संपत्ति की कुर्की नहीं होने दी जाएगी और किसानों से सरकार जो फसल खरीदेगी उसकी पूरी रकम का भुगतान उसी वक्त किया जाएगा. पंजाब में चुनाव यूपी के साथ ही हुए थे और दोनों ही राज्यों के नतीजे भी एक साथ ही डिक्लेयर हुए.
इसी वजह से अब अकाली दल कांग्रेस सरकार पर दबाव बना रहा है कि जैसे यूपी की योगी सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट मीटिंग में ही किसानों के कर्जे माफ करने को लेकर फैसला लिया है वैसे ही कैप्टन सरकार भी कांग्रेस नेतृत्व की ओर से किसानों को किये गये कर्ज माफी के वायदे को जल्द से जल्द पूरा करे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी कैप्टन सरकार पर इस वायदे को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए दबाव बनाना शुरु कर दिया है.
वायदा जल्द से जल्द पूरा होना चाहिए: प्रकाश सिंह बादल, पूर्व मुख्यमंत्री, पंजाब
किसानों से जो वायदा करके सत्ता में आए हैं वो वायदा जल्द से जल्द पूरा होना चाहिए. पंजाब और यूपी में एक साथ ही सरकार बनी है जब यूपी की सरकार ऐसा कर सकती है तो पंजाब को आखिरकार क्या परेशानी है. ना सिर्फ किसानों से बल्कि जितने भी वायदे अन्य जनता से करके कांग्रेस सत्ता में आई है उन सब वादों को पूरा करना चाहिए.
मीडिया के माध्यम से संदेश भेजा: दलजीत सिंह चीमा, प्रवक्ता और पूर्व मंत्री अकाली दल
हमारे प्रधान सुखबीर बादल ने राहुल गांधी को भी मीडिया के माध्यम से ये संदेश भेजा है कि वो कैप्टन सरकार को किसानों के कर्ज माफ करने के लिए कहें. क्योंकि ये वो वायदा है जिन्हें करके उन्होंने पंजाब की सत्ता हासिल की है. अगर किसानों का कर्जा माफ नहीं किया जाता तो ये किसानों के साथ कैप्टन सरकार का सबसे बड़ा धोखा होगा.
वहीं सरकार बनने के बाद से ही पंजाब की खस्ता आर्थिक हालत का रोना रोते आ रहे वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने कहा कि किसानों के कर्ज माफी को लेकर कांग्रेस की मंशा पर सवाल नहीं उठाना चाहिए. अभी सरकार बने थोड़ा ही वक्त हुआ है और सरकार ने एक सब-कमेटी बनाकर किसानों के कर्जे कैसे माफ किए जाएं इसको लेकर मंथन भी शुरू कर दिया है.
मनप्रीत बादल ने कहा कि यूपी एक बड़ा राज्य है और वहां पर यूपी सरकार ने सिर्फ एक लाख रुपए तक के कर्ज वाले किसानों को राहत दी है. लेकिन पंजाब छोटा राज्य है और पंजाब के किसानों का कर्जा एक लाख रुपए से ज्यादा होता है ऐसे में उनकी कोशिश रहेगी कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा राहत दी जा सके और इसके लिए जून में पेश होने के लिए बजट में किसानों के लिए कई प्रावधान और बड़े ऐलान किए जाएंगे. मनप्रीत बादल ने किसानों को राहत देने के लिए पॉलिसी बनाने में 2 महीने का वक्त और लगने की बात कही.
यूपी में योगी सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में किसानों के एक लाख रुपए तक के कर्ज माफ कर के ये दिखा दिया है कि अगर राजनीतिक मंशा हो तो किसानों के कर्ज माफ करना और उन्हें राहत देना कोई बड़ी बात नहीं है. यूपी सरकार के इस कदम के बाद अब पंजाब की कैप्टन सरकार पर भी इसी तरह से किसानों को राहत देने का दबाव बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी पंजाब की सत्ता हासिल करने के लिए किसानों से कर्ज माफी के जो बड़े वायदे किए हैं उन्हें पूरा करना कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनकी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होने वाला है.