पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह गुरुवार दोपहर तीन बजे विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) प्रावधानों के उल्लंघन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंचे. निदेशालय द्वारा तीसरी बार भेजे गए समन में रणइंदर पेश हुए. इससे पहले विदेशी मुद्रा नियमों के उल्लंघन और अघोषित विदेशी सम्पत्ति रखने के मामले में उन्हें दो बार समन भेजा गया था , लेकिन वह पेश नहीं हुए थे.
करीब चार घंटे बाद ईडी दफ्तर से बाहर निकलते रनइंदर ने कहा की वह जांच में शामिल होने आए थे और उनसे कागजात मांगे थे वह लेकर आए हैं. ईडी ने नए समन में रणइंदर को 21 जुलाई तक निदेशालय के जालंधर स्थित जोनल कार्यालय में जांच अधिकारी के समक्ष निजी वित्तीय दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने को कहा था.
गौरतलब है कि रणइंदर ब्रिटेन स्थित जैकरेंडा ट्रस्ट के मामले में फेमा नियमों के उल्लंघन में संदिग्ध हैं. उन पर वर्ष 2002 से 2007 के दौरान (जब उनके पिता पंजाब के मुख्यमंत्री थे) स्विट्जरलैंड में एक बैंक खाते में अवैध रूप से धन हस्तांतरित करने तथा कर चुराने के लिए ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में एक ट्रस्ट एवं उसकी इकाई गठित करने का भी आरोप है. ईडी दफ्तर जाने से पहले रणइंदर होटल रेडिसन में मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा कि पहले समन दौरान उन्हें वायरल था और दूसरे समन दौरान ओलंपिक वाला मामला चल रहा था. इसलिए वे पहुंच नहीं पाए.