असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब दे संगठन के मुखी अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और उसके साथियों पर लगाई गई NSA की अवधि बढ़ा दी गई है. पिछले वर्ष 18 मार्च को अमृतपाल सिंह और उसके साथियों पर NSA लगाया गया था. जिसे फिर से एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है. अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है.
NSA के आदेश आम तौर पर एक वर्ष के लिए प्रभावी होते हैं. लेकिन इसे फिर से बढ़ा दिया गया. पंजाब सरकार के इस कदम को अमृतपाल सिंह और उसके 10 सहयोगियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है. पंजाब सरकार द्वारा यह मुद्दा पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के संज्ञान में लाया गया.
सेल में चेकिंग के दौरान मिले थे आपत्तिजनक सामान
हाल ही में असम की डिब्रूगढ़ पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके साथियों की सेल में चेकिंग की थी. इस दौरान जेल में आपत्तिजनक सामग्री मिली. इस मामले में डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल के अधीक्षक निपेन दास को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. 17 फरवरी को डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में अमृतपाल सिंह के पास से मोबाइल, स्पाई कैमरा आदि सामग्री मिली थी. वहीं पुलिस ने इस संदर्भ में डिब्रूगढ़ थाने में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थी.
असम में एनएसए बंदियों को रखा गया है
खालिस्तानी समर्थक कैदियों के कब्जे से जब्त किए गए गैजेट्स में एक सिम कार्ड के साथ एक स्मार्टफोन, कीबोर्ड के साथ एक टीवी रिमोट, एक कीपैड फोन, एक ब्लूटूथ हेडफोन और एक स्पाई-कैमरा पेन, पेन-ड्राइव शामिल थे. पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया था, डिब्रूगढ़ जेल, असम में एनएसए बंदियों को रखा गया है. इस सेल में होने वाली ऐसी अवैध गतिविधियों की जानकारी मिलने पर, एनएसए ब्लॉक के सार्वजनिक क्षेत्र में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे.