दिवंगत पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के घर फिर से किलकारी गूंजी है. सिद्धू की मां चरण कौर और पिता बलकौर सिंह के घर दूसरे बच्चे का जन्म हुआ है. इसकी जानकारी खुद बलकौर सिंह ने दी थी. चरण कौर ने 58 साल की उम्र में इस बच्चे को इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) तकनीक से जन्म दिया है. अब इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पंजाब सरकार से चरण कौर के आईवीएफ ट्रीटमेंट पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
दरअसल, भारत में IVF को लेकर बनाए गए नियमानुसार केवल 21 से 50 साल के बीच की महिला ही तकनीक की मदद से बच्चे को जन्म दे सकती है. लेकिन दिवंगत सिंगर की मां चरण कौर 58 साल की हैं. मंत्रालय ने कौर की उम्र का जिक्र करते हुए कहा है कि कानून के अनुसार सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (एआरटी) सेवाओं से गुजरने वाली महिला के लिए आयु सीमा 21 से 50 वर्ष के बीच है.
17 मार्च को हुआ बच्चे का जन्म
मनसा जिले में सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या के लगभग दो साल बाद बलकौर सिंह और उनकी पत्नी चरण कौर के घर 17 मार्च को एक बच्चे का जन्म हुआ. इसके लिए उन्होंने आईवीएफ तकनीक को चुना था. बच्चे के जन्म के बाद सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए फैंस के साथ गुड न्यूज शेयर की और नन्हे मेहमान संग फोटो शेयर करते हुए लिखा था- "शुभदीप (सिद्धू) के चाहने वालों के आशीर्वाद से परमात्मा ने शुभ के छोटे भाई को हमारे ग्रुप में डाल दिया है. वाहेगुरु के आशीर्वाद से परिवार स्वस्थ है और सभी शुभचिंतकों के अपार प्यार के लिए आभारी हैं."
केंद्र ने पंजाब सरकार को लिखा पत्र
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 14 मार्च को पत्र लिखकर पंजाब सरकार से चरण कौर की आईवीएफ की रिपोर्ट मांगते हुए एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया है. इसमें बताया गया है कि कौर ने 58 साल की उम्र में आईवीएफ उपचार कराया था. सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन) अधिनियम, 2021 की धारा 21 (जी) (i) के तहत, एआरटी सेवाओं के तहत जाने वाली महिला के लिए निर्धारित आयु सीमा 21-50 वर्ष के बीच है. इसलिए, आपसे अनुरोध है कि आप इस मामले को देखें और एआरटी (विनियमन) अधिनियम, 2021 के अनुसार इस मामले में की गई कार्रवाई की एक रिपोर्ट इस विभाग को सौंपें.
मूसेवाला के पिता ने पंजाब सरकार पर लगाए थे आरोप
गौरतलब है कि सिद्धू मूसेवाला ने पंजाब सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सोशल मीडिया पर जारी किए गए वीडियो बयान में बलकौर सिंह ने कहा था कि दो दिन पहले हमारे घर में वाहेगुरु की कृपा से हमारा शुभदीप (सिद्धू मूसेवाला) वापस आया था. आज सुबह से मैं बहुत परेशान हूं. सोचा आपको भी इस बारे में पता होना चाहिए कि प्रशासन मुझे परेशान कर रहा है. कह रहा है कि आप इस बच्चे के डॉक्यूमेंट लाओ.
उन्होंने कहा कि मैं सरकार से, खासकर सीएम साहब से एक विनती करना चाहता हूं कि आप थोड़ा तरस खाओ, कम से कम ट्रीटमेंट तो पूरा होने दो. मैं यहीं रहता हूं, यहीं रहूंगा. आप जहां बुलाओगे मैं वहां पहुंचूंगा. कृपा करके ट्रीटमेंट पूरा होने दो. मैंने हर जगह कानून का पालन किया है, अगर आपको फिर भी यकीन नहीं है तो आप एफआईआर दर्ज करके मुझे जेल के अंदर कर दो. फिर जांच करो. मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं सारे लीगल दस्तावेज दिखाकर फिर भी बरी निकलूंगा.