देश के करीब 13 राज्यों में बिजली संकट गहराता जा रहा है. पंजाब और हरियाणा में भी कमोबेश यही हालात बने हुए हैं. यहां भीषण गर्मी के कारण अचानक से बिजली की मांग बढ़ गई है. इन राज्यों में बिजली की मांग सामान्य दिनों की तुलना में 2000 मेगावॉट तक बढ़ गई है.
हरियाणा में पिछले साल इन दिनों बिजली की मांग 7000 मेगावॉट के करीब थी जो अब 9000 मेगावॉट का आंकड़ा छू रही है. वहीं पंजाब में बिजली की मांग में 33 फीसदी का उछाल आ गया है. पंजाब ने पिछले साल अप्रैल के दौरान 34109 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की थी लेकिन इस साल अप्रैल में बिजली की खपत 45,220 लाख यूनिट तक पहुंच गई.
हरियाणा में 10 घंटे तक हो रही बिजली कटौती
हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला के मुताबिक राज्य में कोयले की कमी है फिर भी राज्य शत-प्रतिशत बिजली पैदा कर रहा है. वहीं मंत्री के दावे के उलट हरियाणा में 8 से 10 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है. राज्य में बिजली की मांग 9000 मेगावॉट तक बढ़ गई है और आपूर्ति 1500 मेगावॉट तक कम है.
गुजरात को बिजली बेच रहा हरियाणा: कांग्रेस
कांग्रेस हरियाणा की भाजपा सरकार पर आरोप लगा रही है कि एक ओर लोग बिजली कटौती से परेशान हैं, वहीं हरियाणा गुजरात को बिजली बेच रहा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला के मुताबिक हरियाणा सरकार ने अडानी पावर लिमिटेड को 2356 लाख यूनिट बिजली बेची है.
पंजाब में नहीं बिजली की किल्लत: हरभजन सिंह
पंजाब में भी बिजली की किल्लत पर खूब राजनीति हो रही है. राज्य के ऊर्जा मंत्री हरभजन सिंह का दावा है कि पंजाब में बिजली की कोई किल्लत नहीं है, जबकि पंजाब के लोग भी बिजली की अघोषित कटौती से परेशान हैं. यहां भी घंटों बिजली नहीं आ रही है. बिजली न होने की वजह से पेयजल की आपूर्ति प्रभावित हो गई है.
बिजली संकट को लेकर सड़कों पर उतरे लोग
वहीं पंजाब में बिजली की कमी से आम जनता के साथ-साथ किसान भी प्रभावित होने लगे हैं. इस समस्या को लेकर किसान संगठन और आम लोग भगवंत मान सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं.
पंजाब में 3 पावर प्लांट बंद होने से समस्या बढ़ी
पंजाब में 3 थर्मल पावर प्लांट यूनिट्स बंद होने के बाद अब राज्य में होने वाला बिजली उत्पादन 1140 मेगावॉट तक कम हो गया है. राज्य में बिजली की मांग बढ़कर 10,800 मेगावॉट हो गई है लेकिन सिर्फ 9018 मेगावॉट बिजली ही उपलब्ध है. बिजली की मांग और आपूर्ति का संतुलन गड़बड़ होने से बिजली विभाग 4 से 6 घंटे तक बिजली की कटौती कर रहा है.
बिजली की अघोषित कटौती से परेशान जनता
जानकारी के मुताबिक दोनों ही राज्यों में बिजली की अचानक मांग बढ़ जाने से पावर सप्लाई की समस्या बढ़ गई है. बिजली के अघोषित कटों से परेशान हैं. उनका कहना है कि बच्चों की पढ़ाई से लेकर कामकाज तक प्रभावित हो रहा है. बिजली की कटौती कि ना तो पूर्व सूचना दी जाती है और ना ही उसकी अवधि ही निश्चित है.