पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मोदी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. इंडिया टुडे के स्टेट ऑफ स्टेट्स पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी शासित राज्यों के लिए क्या किया. उन्होंने देश के लिए क्या किया. मुझे नहीं लगता मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया. सिर्फ अडाणी और कुछ उद्योगपतियों को विकसित किया. कैप्टन ने बादल परिवार की बहू और मोदी सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर के लिए भी कहा कि उन्होंने पंजाब के लिए कुछ नहीं किया.
उन्होंने कहा कि राहुल बहुत अच्छा कर रहे हैं. मैं उन्हें कई साल से देख रहा हूं. आने वाले चुनाव में बदलाव होगा. बीजेपी का ग्राफ गिर रहा है और कांग्रेस का ग्राफ बढ़ रहा है. राहुल अच्छे प्रधानमंत्री होंगे. प्रियंका के आने से राहुल को काफी मदद मिलेगी. परिवारवाद का आरोप बकवास है. करतारपुर कॉरिडोर का मसला सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उठाया था.
खजाना खाली मिला था, दो साल में बहुत बदलाव किया
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब हमने सत्ता संभाली तो राज्य के खजाने में एक भी रुपया नहीं था. बादल सरकार ने खाली खजाना हमें दिया था. राज्य के ऊपर बड़ा कर्ज था. हमने बीते दो साल के दौरान चीजें बेहतर की हैं. सरकारी, प्राइवेट और स्टार्ट अप क्षेत्र में हमने 6.25 लाख नौकरियां दीं. इस कारण पंजाब का युवा जो पहले नशे का शिकार था, आज वह नौकरियों में बिजी है.
बड़े किसानों को खुद अपना बिल भरना चाहिए
उन्होंने कहा कि किसानों का कर्ज माफी किया गया. हम जानते हैं कि यह समाधान नहीं है, लेकिन किसानों की आत्महत्या की समस्या बढ़ रही थी. इसे रोकने के लिए कोई उपाय करना चाहिए था. उन्हें फौरी मदद दी गई. अब हम किसानों की स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. पंजाब में 17 लाख किसान परिवारों पर कर्ज है जिसमें 5 लाख किसान के पास 5 एकड़ से कम जमीन है. सरकार 10 लाख किसान परिवारों की मदद कर रही है. मेरा मानना है कि बड़े किसानों को अपने बिल खुद भरना चाहिए. कैप्टन ने कहा कि वह और उनके कुछ मंत्री अपनी खेती का बिल खुद भरते हैं.
पंजाब के गोदाम गेहूं और चावल से भरे, खाली हो
कैप्टन ने कहा कि मौजूदा समय में केन्द्र सरकार के सभी गोदाम चावल और गेहूं से भरा हुआ है. अब कुछ ही दिनों में नई फसल आने वाली है और हमें अपनी फसल को रखने के लिए कोई जगह नहीं है. हमने अपने अफसरों से इसके लिए कोई व्यवस्था करने का आदेश दिया है, ताकि किसानों की फसल को खरीदने में दिक्कत न आए. उन्होंने कहा कि हाल ही में केन्द्रीय कैबिनेट में फैसला लिया गया कि भारत से कुछ खाद्य उत्पादों का निर्यात किया जाएगा. इस जानकारी के बाद मैंने पीएम को फोन मिलाया और कहा कि पंजाब के आलू को भी इंपोर्ट लिस्ट में जोड़ दें, लेकिन पीएम की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला है.