शिरोमणि अकाली दल (SAD) सांसद हरसिमरत कौर ने जेल में बंद पंजाब के किसानों को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री की यह जिम्मेदारी है कि वो दिल्ली आएं और पंजाब के निर्दोष युवाओं पर दर्ज मामलों को वापस करवाएं. पंजाब के युवाओं को बिना FIR दर्ज किए ही जेलों में रखा गया है. इसलिए यह पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है कि वो उन युवाओं की मदद करे. पंजाब सरकार अब तक क्या कर रही है.
वहीं केंद्र सरकार पर हमला करते हुए SAD सांसद ने कहा कि भारत सरकार यह समझने की भूल कर रही है कि यह आंदोलन केवल पंजाब का है. आज पूरा देश इस कानून का विरोध कर रहा है, सभी राज्यों के किसान धरना स्थलों पर बैठ कर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बावजूद भी अगर सरकार आंखें बंद कर यह दावा करना चाहती है कि कृषि कानून का विरोध केवल पंजाब ही कर रहा है, तो कोई कुछ नहीं कर सकता.
Govt. of India has a misunderstanding that only Punjab is agitating. Entire country is protesting, farmers from all states are sitting at protest sites. If they still want to turn a blind eye claiming only Punjab is protesting, then one can't do anything:Harsimrat Kaur Badal,SAD pic.twitter.com/LuP6lbbKIv
— ANI (@ANI) February 6, 2021
बता दें कि किसान आंदोलन के मुद्दे पर सत्ता और विपक्ष संसद में आमने-सामने हैं. इस बीच अकाली दल की नेता और सांसद हरसिमरत कौर बादल ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया. हरसिमरत कौर ने लोकसभा अध्यक्ष से कहा कि पहले तो हमें संसद में किसान आंदोलन पर बोलने नहीं दिया जा रहा था. अब हमें दिल्ली बॉर्डर पर किसानों से मिलने नहीं दिया जा रहा. बॉर्डर को पूरी तरह सील किया गया है. यह हमारे अधिकारों पर एक क्रूर हमला है.
इस बीच विभिन्न दलों के 12 सांसदों ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है, जिसमें तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की गई है. साथ ही इंटरनेट बैन को लेकर भी चिंता जताई गई.