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कोटकपूरा गोलीकांड: SIT के सामने पेश होंगे पंजाब पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल 22 जून को कोटकपूरा गोलीकांड मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के सामने पेश होंगे. एसआईटी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किसके आदेश पर गोली चलाई गई थी.

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पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल (फाइल फोटो-PTI)
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गोलीकांड की SIT कर रही है जांच
  • अक्टूबर 2015 में हुआ था गोलीकांड

पंजाब के बहुचर्चित कोटकपूरा गोलीकांड मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल 22 जून को एसआईटी के सामने पेश होंगे. इस बात की जानकारी प्रकाश सिंह बादल के मुख्य सलाहकार हरचरण बैंस ने दी है. एक ट्वीट के जरिए उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल अपने आधिकारिक विधायक निवास में ही एसआईटी के सामने पेश होंगे.

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उन्होंने ट्वीट किया, '5 बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल 22 जून सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर चंडीगढ़ के सेक्टर 4 में अपने आधिकारिक एमएलए फ्लैट में एसआईटी के सामने पेश होंगे. उनका स्वास्थ्य अब तक ठीक नहीं है. लेकिन प्रकाश सिंह बादल देश के कानून में भरोसा रखते हैं, वे अपने विधिक दायित्वों और संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'

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अक्टूबर 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बाद प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर कोटकपूरा में गोलियां चलाई गई थीं. उस वक्त प्रकाश सिंह बादल पंजाब के मुख्यमंत्री थे. इस मामले में एसआईटी ये पता लगाएगी कि गोली किसके आदेश पर चलाई गई.

क्या है पूरा केस?

गौरतलब है कि साल 2015 के अक्टूबर महीने में फरीदकोट में गुरुग्रंथ साहिब के पन्ने बिखरे पाए गए थे. यह स्थिति जब लोगों को पता चली तो सिखों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. यह विरोध प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि कोटकपुरा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की. 

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पुलिस फायरिंग के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी, वहीं कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. अब एसआईटी यह जानने की कोशिशों में जुटी है कि क्या पुलिसकर्मियों ने सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई थी या भारी राजनीतिक दबाव की वजह से उन्हें गोली चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
 

 

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