देशभर में यूं तो संता बंता के किस्से मशहूर हैं. एसएमएस सा सोशल मीडिया साइटों के जरिए सरदारों पर केन्द्रित चुटकुले भेजे जाते रहे हैं लेकिन अब ऐसा करने से आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है और हंसने की बजाए रोना पड़ सकता है. इतना ही नहीं आप जेल भी जा सकते हैं.
जालंधर में ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जिसमें सरदारों पर केंद्रित चुटकुले भेजने वाले को पुलिस ने आई टी अधिनियम तथा भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
जालंधर के सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) आरपीएस संधू ने बताया, ‘सरदारों पर चुटकुले एसएमएस के जरिए भेजने के आरोप में पुलिस ने जालंधर निवासी अतुल कुमार नामक एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है और जेल भेज दिया है.’ संधू ने बताया, ‘अतुल ने शिकायतकर्ता नारिंदर सिंह के मोबाइल पर सरदारों पर केंद्रित 15 चुटकुले भेज दिये. इसका उसने विरोध किया लेकिन अतुल उसे लगातार भेजता रहा. इस बीच नारिंदर के विरोध के बावजूद अतुल ने उसे आसाराम की एक आपत्तिजनक तस्वीर भी भेज दी.’
उन्होंने बताया कि इसके बाद नारिंदर सिंह ने अतुल कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने आईटी अधिनियम तथा भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए के तहत यह मामला दर्ज कर कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. अधिकारी ने बताया कि नरिंदर सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि अतुल ने सरदारों के खिलाफ चुटकुले भेज कर सिख भावनाओं को आहत किया है और उसके विरोध के बावजूद उसने (अतुल) उसे और चुटकुले तथा आसाराम की आपत्तिजनक तस्वीर भेज दी. इसलिए पुलिस ने अतुल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला) लगाया है.
यह पूछे जाने पर कि सरदार पर केंद्रित और संता बंता के चुटकुले तो आम हैं तो क्या मामला दर्ज करना और गिरफ्तारी तर्कसंगत है इस पर संधू ने कहा, ‘पुलिस को अगर कोई शिकायतकर्ता आ कर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत देता है और साक्ष्य पेश कारता है तो पुलिस तो मामला दर्ज करेगी.’
दूसरी ओर शिकायतकर्ता नरिंदर सिंह ने कहा कि अतुल के एसएमएस प्राप्त होने के बाद उसने उसका विरोध किया लेकिन वह लगातार भेजता रहा और बाद में आसाराम की दो लड़कियों के साथ एक तस्वीर भेज दी. इसके बाद उन्होंने अतुल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. हालांकि, सिख संगठनों का कहना है कि यह किसी की भी धार्मिक भावनाओं को आहत करने से रोकने की दिशा में एक बेहतर कदम है. कोई भी चुटकुला किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं होना चाहिए.