पंजाब के मोहाली में सोमवार देर शाम खुफिया विभाग के दफ्तर पर हुए धमाके को लेकर अब कई जानकारियां सामने आने लगी हैं. बताया जा रहा है कि एक सफ़ेद रंग की स्विफ्ट कार से दो संदिग्ध लोग आते देखे गए थे. इन लोगों ने करीब 80 मीटर दूर से रॉकेट से ग्रेनेड (rocket-propelled grenade) को इंटेलिजेंस बिल्डिंग पर दागा था. इंडिया टुडे को मिली एक जानकारी के मुताबिक पंजाब इंटेलिजेंस का एक कर्मचारी पिज्जा डिलीवरी को रिसीव करने के लिए दफ्तर से बाहर आया हुआ था.
जहां उसने दफ्तर के बाहर एक सफ़ेद रंग की स्विफ्ट कार को खड़े हुए देखा. जो कि संदिग्ध नजर आ रही थी. बता दें कि हेडक्वार्टर के सामने एक बड़ी पार्किंग बनी हुई है. ऐसे में जैसे ही इंटेलिजेंस कर्मचारी अपना पिज्जा का ऑर्डर लेकर अन्दर जाने लगा, संदिग्धों ने कार से इंटेलिजेंस बिल्डिंग की तरफ एक ग्रेनेड दाग दिया. और मौके से फरार हो गए. अब इस जानकारी के मिलने के बाद इलाके के सभी सीसीटीवी को खंगाला जा रहा है, ताकि संदिग्धों की पहचान की जा सके.
घटना के संबंध में इंटेलिजेंस के अधिकारी और NIA टीम सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल फोन टावर्स की जांच कर रहे हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि रॉकेट लॉन्चर ड्रोन के जरिए आया होगा. पंजाब में पिछले कुछ महीनों में ड्रोन ड्रॉपिंग के मामले बढ़ गए हैं. इसके अलावा दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सीनियर अधिकारियों ने एक टीम मोहाली में भेजी है. ये जानने और समझने के लिए की कैसे RPG से इंटेलिजेंस की बिल्डिंग को टारगेट किया गया.
वहीं दूसरी तरफ ग्रेनेड धमाके के मामले में सीएम भगवंत मान ने भी अपने आवास पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. इस बैठक में डीजीपी सहित तमाम बड़े अधिकारियों को बुलाया गया. सीएम भगवंत मान ने खुफिया विभाग के दफ्तर पर हुए धमाके की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने साफ किया है कि माहौल बिगाड़ने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा. माना जा रहा है कि इस हमले में खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ़ रिंदा का नाम शामिल है.
पहले भी आ चुका है रिंदा का नाम
इससे पहले रिंदा का नाम खालिस्तानी समर्थक जगजीत सिंह ने भी लिया था. जगजीत सिंह को जून 2021 में 48 पिस्टल, 200 कारतूस के साथ पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था. रिंदा पर पंजाब और महाराष्ट्र में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके अलावा रिंदा का नाम पिछले साल CIA की बिल्डिंग पर आतंकी हमले में भी सामने आया था. पिछले साल दिसंबर में लुधियाना कोर्ट में हुए हमले में भी रिंदा का हाथ था.
आतंकी हरविंदर पंजाब के तरन तारन का है. लेकिन वह बाद में महाराष्ट्र के नांदेड़ साहेब शिफ्ट हो गया था. हरविंदर सिंह अभी पाकिस्तान में छिपा है. जांच में पता चला था कि वह फेक पासपोर्ट के जरिए नेपाल होते हुए पाकिस्तान पहुंचा था. रिंदा को सितंबर 2011 में तरन तारन में एक युवक की मौत के मामले में उम्रकैद की सजा हुई थी.