किसान आंदोलन के बीच देश विरोधी ताकतें पंजाब में भोले-भाले लोगों को भड़काने में जुटी हुई हैं. खुफिया एजेंसियों ने खुलासा किया है कि सिख फ़ॉर जस्टिस नाम का चरमपंथी संगठन पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर स्थित शंभू गांव में लोगों को भड़काने की साजिश रच रहा है. ये संगठन लोगों को खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए उकसा रहा है. हाल ही में एनआईए ने खालिस्तानी चरमपंथी संगठन सिख फॉर जस्टिस में शामिल 16 विदेशियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की है.
भारत की मल्टी एजेंसी सेंटर की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि सिख फॉर जस्टिस पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के शम्भू गांव में साजिश रच रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक SFJ शम्भू-बॉर्डर पर खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए लोगों को उकसा रहा है. SFJ ने खालिस्तानी झंडा फहराने वाले लोगों को इनाम देने की घोषणा की है.
रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तान जिंदाबाद संगठन के कई पोस्टर भी चंडीगढ में लगाने की कोशिश की गई है.
इधर देश की जांच एजेंसी एनआईए ने हाल ही में खालिस्तानी चरमपंथी प्रदर्शन (सिख फॉर जस्टिस) में शामिल 16 विदेशियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की है.
इन लोगों पर विदेशों में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचने का आरोप है. जिन 16 खालिस्तानी विदेशियों के खिलाफ NIA ने चार्जशीट दाखिल की गई है. इनमें परमजीत सिंह पम्मा, गुरपतवंत सिंह पन्नू और जेएस धालीवाल जैसे नाम शामिल हैं.
बता दें कि कुछ सिख संगठन अलग 'खालिस्तान' बनाने के लिए 'रेफरेंडम 2020' के बैनर तले एक अलगाववादी अभियान चला रहे हैं. NIA अब इन सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर ही है. इनमें से जिनकी प्रॉपर्टी भारत में है उसे जब्त किया जा रहा है. SFJ के कई खालिस्तानी समर्थक जो विदेशों में रह हैं उनकी भारत में मौजूद प्रॉपर्टी को जब्त किया जाएगा.