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अब क्या फैसला लेंगे कैप्टन? पंजाब कैबिनेट की बैठक में नहीं शामिल हुए सिद्धू

पंजाब कैबिनेट की आज बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक पर सभी की नजरें टिकी हुई थी. इस बात को लेकर उत्सुकता बनी हुई थी कि सिद्धू बैठक में आते हैं कि नहीं. लेकिन स्थानीय निकाय मंत्री सिद्धू कैबिनेट बैठक में नहीं पहुंचे हैं.

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नवजोत सिंह सिद्दू और कैप्टन अमरिंदर सिंह (फाइल फोटो)
नवजोत सिंह सिद्दू और कैप्टन अमरिंदर सिंह (फाइल फोटो)

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पंजाब कैबिनेट की आज बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक पर सभी की नजरें टिकी हुई थी. इस बात को लेकर उत्सुकता बनी हुई थी कि सिद्धू बैठक में आते हैं कि नहीं. लेकिन स्थानीय निकाय मंत्री सिद्धू कैबिनेट बैठक में नहीं पहुंचे हैं. इससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर द्वारा चुनाव परिणाम की समीक्षा को लेकर बुलाई गई बैठक में भी सिद्धू नहीं आए थे और इस बार भी यही हुआ नवजोत सिद्धू बैठक में शामिल नहीं हुए.

कैबिनेट की बैठक में स्थानीय निकाय विभाग का कोई एजेंडा शामिल नहीं था. इसलिए सिद्धू के बैठक में शामिल होने पर संशय बना हुआ था. आशंका जताई जा रही थी कि सिद्धू अगर बैठक में हिस्सा नहीं लेते हैं तो उनकी परेशानियां और बढ़ सकती है. लेकिन सिद्धू ने बैठक में भाग नहीं लिया. इससे पहले भी 30 मई को मुख्यमंत्री ने बैठक बुलाई थी. कांग्रेस विधायकों और सांसदों की इस बैठक में सिद्धू शामिल नहीं हुए थे.

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जिसे मुख्यमंत्री ने बेहद गंभीरता से लिया था. तब अमरिंदर सिंह ने यह भी पता कराया था कि सिद्धू को बैठक में शामिल होने का संदेश भेजा गया था कि नहीं. सिद्धू मुख्यमंत्री के करीबी मंत्रियों के निशाने पर हैं. खास बात यह है कि कैप्टन अमरिंदर सिद्धू से स्थानीय निकाय विभाग लेने की तैयारी कर चुके हैं.

कैप्टन और सिद्धू के बीच कैसे हुई तकरार

लोकसभा चुनाव में पंजाब में कांग्रेस को 13 में से 8 सीटें मिलीं. बीजेपी-अकाली दल को 4 और आम आदमी पार्टी को एक सीट मिली. इस पर पंजाब कांग्रेस में बवाल हो गया. शहरी इलाकों कांग्रेस को हुए नुकसान के लिए कैप्टन ने सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया. इतना ही नहीं राज्य के कई मंत्रियों ने यहां तक कह दिया कि अगर सिद्धू कैप्टन के नेतृत्व में काम नहीं कर सकते तो इस्तीफा दे दें.

सूत्रों के मुताबिक अमरिंदर सिंह ने पार्टी नेतृत्व के सामने साफ कर दिया है कि नवजोत सिंह सिद्धू की वजह से पंजाब के साथ-साथ दूसरे राज्यों में भी पार्टी को काफी नुकसान हो चुका है. अब पार्टी को सिद्धू के बारे में सोचना होगा. गौरतलब है कि चुनाव से पहले सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कहा था कि अगर पंजाब में कांग्रेस पार्टी सभी सीटों पर नहीं जीतती है तो मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को इस्तीफा दे देना चाहिए.

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