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राहुल की तारीफ में सिद्धू ने पढ़े कसीदे, कहा- चन्नी को सिर्फ CM नहीं बनाया, लोगों को उम्मीद भी दी

नवजोत सिंह सिद्धू ने राहुल की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि राहुल गांधी ने एक मुख्यमंत्री नहीं बनाया है बल्कि लोगों के लिए एक उम्मीद दी है. संविधान का सम्मान किया है.

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नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (फोटो- पीटीआई)
नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (फोटो- पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चरणजीत सिंह चन्नी को CM बनाने पर राहुल को सिद्धू का थैंक्स
  • 'पंजाब के लोगों को उम्मीद मिली है'
  • पंजाब के पावर पंच में चन्नी रहे विजेता

पंजाब में नया मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू आज लंबे समय के बाद मीडिया के सामने आए. नवजोत सिंह सिद्धू आज अपने ही अंदाज में दिखे और उन्होंने राहुल गांधी की खूब तारीफ की. 

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नवजोत सिंह सिद्धू ने राहुल की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि राहुल गांधी ने एक मुख्यमंत्री नहीं बनाया है बल्कि लोगों के लिए एक उम्मीद दी है. संविधान का सम्मान किया है. सिद्धू ने कहा कि नए मुख्यमंत्री ने लोगों से जो वादे किए हैं, उन पर काम करना शुरू कर दिया गया है और सोमवार को ही चार पांच जान हितैषी फैसले लिए जाएंगे. 

आज रात 8 बजे कैबिनेट की मीटिंग

चंडीगढ़ में नवजोत सिंह सिद्धू आज लंबे समय बाद नवनियुक्त सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते नजर आए. बता दें कि पंजाब की सरकार ने आज रात कैबिनेट की मीटिंग बुलाई है. इस मीटिंग में कई जनहितैषी फैसले लिए जाएंगे. 

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि सरकार में शामिल होने वाले नए नामों का फ़ैसला पार्टी हाईकमान करेगा. उन्होंने कहा कि अभी 35 विधायकों से हमारी मुलाकात हुई है. पंजाब से जुड़े कई फ़ैसले हम लेने जा रहे हैं. खासकर पांच मुद्दे हमने डिसाइड किए हैं, जिन पर बहुत जल्द फ़ैसला लेना है.

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सिद्धू ने कहा कि, "धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामले पर आज भी मैं और सरदार चरणजीत सिंह चन्नी भी वहीं पर खड़े हैं और हमारी राय वही है इस पूरे मामले में जो भी कानूनों में प्रावधान है और अदालतों में मुकदमे हैं उन सब की समीक्षा की जाएगी और इस पूरे मामले को पंजाब के वक़ील ही देखेंगे. 

रिपोर्ट के अनुसार अब हरियाणा सचिवालय की तरह पंजाब के सचिवालय में भी सारे अधिकारी यहीं बैठेंगे और सरकार यही से चलेगी और यही से लोगों की भलाई के फ़ैसले लिए जाएंगे. जनता के लिए एक समय तय किया जाएगा के अधिकारी नेता जनता से उस समय मिलेंगे और उनकी समस्याओं का निराकरण करेंगे. 

 

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