पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर सियासी तकरार लगातार बढ़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच की अनबन अब खुलकर सामने आने लगी है. सिद्धू का मंत्रालय बदल दिया गया, लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारी नहीं संभाली है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने मांग की है कि ये जनता का अपमान है. अगर मंत्री काम नहीं करना चाह रहा है तो किसी और को ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए.
पंजाब बीजेपी के नेता तरुण चुग ने सोमवार को बताया कि उन्होंने राज्य सरकार में चल रहे इस विवाद को लेकर राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है. उनका कहना है कि पंजाब में संवैधानिक संकट है, एक महीने से अधिक हो गया है मंत्री ने शपथ तो ले ली लेकिन काम नहीं कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री अपनी सैलरी ले रहे हैं, लेकिन काम नहीं कर रहे हैं.
T Chugh, BJP: He has migrated&feud b/w CM&him has caused constitutional crisis. I request Guv to take decision in Punjab's interest. If Minister doesn't want to work someone else should look after his dept. If he's drawing a salary but not working, action should be taken. (08.09) pic.twitter.com/mSJqvU7JZo
— ANI (@ANI) July 9, 2019
बीजेपी नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री के अनबन का नुकसान जनता को उठाना पड़ रहा है. मैंने गवर्नर साहब से पंजाब के हक में फैसला करने की अपील की है. अगर मंत्री काम नहीं करना चाहता है तो किसी और को काम सौंपा जाना चाहिए. अगर वह सैलरी ले रहे हैं और काम नहीं कर रहे हैं, तो एक्शन होना चाहिए.
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच अनबन सामने आ रही है. अमरिंदर ने लोकसभा चुनाव में कुछ सीटों की हार की जिम्मेदारी सिद्धू पर बताई थी, इसके अलावा देश के कई हिस्सों में भी सिद्धू को नुकसान की वजह बताया था. बाद में जब पंजाब में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो नवजोत सिंह सिद्धू को ऊर्जा मंत्रालय दे दिया गया.
लेकिन अब राज्य के कई गांवों में 10 से 12 घंटे तक बिजली कट रही है. आम आदमी बिजली की कटौती से बेहाल है, लेकिन पंजाब के बिजली मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू दफ्तर से नदारद हैं. एक महीना होने के बाद भी सिद्धू ने काम नहीं संभाला है.