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कपिल शर्मा के शो में शामिल होने से फिर बढ़ सकती हैं नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने हरिचंद अरोड़ा द्वारा दायर याचिका को पिछले साल 10 अक्टूबर को इसलिए निरस्त कर दिया था क्योंकि चैनल ने कपिल शर्मा के शो कॉमेडी नाइट्स विद कपिल शर्मा को बंद कर दिया था.

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कपिल के शो में सिद्धू (फाइल)
कपिल के शो में सिद्धू (फाइल)

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क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने नवजोत सिंह सिद्धू रविवार को कपिल शर्मा के शो पर फिर से ठहाके लगाते नजर आए. लेकिन सिद्धू के ठहाके उनके विरोधियों  को रास नहीं आ रहे हैं. नवजोत सिद्धू के टीवी शो में शामिल होने पर अकाली दल ने  निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री के पास जनता के लिए समय नहीं है. टीवी शो के लिए समय है. जनता कहां जाए और किस्से मिले?

सिद्धू के खिलाफ ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले को लेकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले वकील हरिचंद अरोड़ा ने कहा कि वह अगला कदम उठाने से पहले मंगलवार को सिद्धू के खिलाफ दर्ज गैर इरादतन हत्या के मामले की सुनवाई का इंतजार करेंगे. अगर सुप्रीम कोर्ट उनके खिलाफ अपना फैसला सुनाता है तो वह फिलहाल सिद्धू के टीवी शो को लेकर कोई कदम नहीं उठाएंगे. लेकिन अगर सुप्रीम कोर्ट से सिद्धू को राहत मिली तो वह फिर से ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का मामला कोर्ट में उठाएंगे.

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गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने हरिचंद अरोड़ा द्वारा दायर याचिका को पिछले साल 10 अक्टूबर को इसलिए निरस्त कर दिया था क्योंकि चैनल ने कपिल शर्मा के शो कॉमेडी नाइट्स विद कपिल शर्मा को बंद कर दिया था. वकील हरिचंद अरोड़ा ने अपनी याचिका में कहा था कि सिद्धू एक कैबिनेट मंत्री हैं और वह पैसे कमाने के लिए किसी दूसरे व्यवसाय को नहीं अपना सकते.

अकाली दल विधानसभा मे उठाएगा मामला

उधर इस मामले पर अकाली दल का कहा है कि सिद्धू का टेलीविजन शो के लिए काम करना ऑफिस ऑफ प्रॉफिट और दूसरे नियमों की अनदेखी करना है. जिसका मामला विधानसभा में उठाया जाएगा. बता दें कि पंजाब सरकार पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू को इस मामले में क्लीन चिट दे चुकी है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एडवोकेट जनरल की सलाह के आधार पर कहा था कि सिद्धू का टेलीविजन चैनल के लिए काम करना नियमों का उल्लंघन नहीं है.

वहीं सिद्धू बोले कि दुनिया का सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे मेरे बारे में लोग. हमें पंजाब के लोगों की फिक्र है जिन्होंने हमें वोट दिया. उन लोगों की फिक्र नहीं जो फिसड्डी हैं. जिनको विपक्ष का नेता तक नहीं बनाया गया. वह लोग मुद्दे उठाते रहेंगे और हम पंजाब को ऊपर ले जाते रहेंगे.

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पंजाब सरकार सिद्धू के साथ

एक और जहां विपक्ष सिद्धू पर तीखे हमले बोल रहा है वही उनके सहयोगी उन को बचाते नजर आए हैं. पंजाब तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से जब पूछा गया कि क्या नवजोत सिंह सिद्धू का टेलीविजन शो सरकार के कामकाज में बाधा उत्पन्न कर रहा है तो उनका सिर्फ इतना सा जवाब था कि अगर "वह लोगों को हंसा रहे हैं तो उसमें गलत ही क्या है".

गौरतलब है कि पंजाब सरकार नवजोत सिंह सिद्धू को पहले ही टेलीविजन शो करने की इजाजत दे चुकी है. क्योंकि पंजाब के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा ने सरकार को सुझाव दिया था कि नवजोत सिंह सिद्धू का टेलीविजन के लिए काम करना ना तो भारतीय संविधान ना रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट, 1951 और नहीं कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन करता है. पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने एक वकील द्वारा सिद्धू के खिलाफ दायर एक अपील को भी खारिज कर दिया था.

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