पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. एनआईए के मुताबिक, मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल में किए गए हथियारों की सप्लाई एक पाकिस्तान शख्स ने की थी जो फिलहाल दुबई में रहता है. अंसारी उर्फ शहजाद (ए-10) ने कई बार दुबई का दौरा किया और इन यात्राओं के दौरान वह फैजी खान नाम के व्यक्ति के संपर्क में आया, जो पाकिस्तानी नागरिक है और दुबई में हवाला ऑपरेटर के रूप में काम करता है.
हथियारों का तस्कर है हामिद
फैजी खान ने A-10 यानि शहजाद को हामिद नाम के शख्स से मिलवाया, जो एक पाकिस्तानी नागरिक और हथियार तस्कर भी है. ऐसी ही एक बैठक के दौरान, शहजाद और हामिद ने भारत में हथियारों की तस्करी और गोला-बारूद की खेप की आपूर्ति के कारोबार के बारे में चर्चा की. इस मुलाकात के दौरान हामिद ने शहजाद को यह भी बताया कि, हम शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (ए-1) को असॉल्ट राइफलें और अन्य हथियार सप्लाई करने जा रहे हैं.
गोल्डी बराड़ को भी दिए थे हथियार
हामिद ने ए-10 को यह भी बताया कि वे गैंगस्टर सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ (ए-11) के संपर्क में भी हैं और उसे कई बार हथियार मुहैया करा चुके हैं. हामिद ने ए-10 को अपने मोबाइल फोन में गोल्डी बराड़ (ए-11) को हथियारों की आपूर्ति/डिलीवरी के संबंध में एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सुनाई थी.
जांच से पता चला है कि आरोपी शाहबाज अंसारी (ए-10) और उसके पिता दिवंगत कुर्बान अंसारी लॉरेंस बिश्नोई (ए-1) और उसके गिरोह के सदस्यों के लिए हथियार/गोला-बारूद सप्लाई करने वाले मुख्य सप्लायर थे. उन्होंने लॉरेंस बिश्नोई को अत्याधुनिक पिस्तौल, असॉल्ट राइफल और गोला-बारूद की आपूर्ति की थी.
पिछले साल हुई थी मूसेवाला की हत्या
आपको बता दें कि 29 मई 2022 को मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की सरेआम हत्या कर दी गई थी. उनकी गाड़ी को घेरकर शूटर्स ने अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं. उनकी गाड़ी को घेरकर शूटर्स ने अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं. ये शूटर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के थे.हत्याकांड कितना भयावह था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पोस्टमार्टम में सिद्धू के शरीर पर गोलियों के 24 निशान मिले थे. यानी हत्यारे किसी भी कीमत पर मूसेवाला को जिंदा नहीं छोड़ना चाहते थे.
सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्या मामले में पंजाब पुलिस ने मनसा कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी जिसमें कुल 34 लोगों को नामजद किया गया है. इसमें लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया समेत करीब एक दर्जन शूटरों के नाम शामिल हैं. हत्या का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ को बताया गया, उसी ने लॉरेंस बिश्नोई के साथ मिलकर मूसेवाला की हत्या की पूरी प्लानिंग की और फिर अपने शूटरों के जरिए हत्या को अंजाम दिया.