पंजाब में भगवंत मान को सीएम पद की शपथ लिए एक ही दिन हुआ है और वे विवादों में आ गए हैं. दरअसल, मुख्यमंत्री भगवंत मान के दफ्तर से पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह का चित्र हटाने को लेकर ये विवाद हुआ है. बीजेपी ने इस मामले पर मान पर निशाना साधा है.
बीजेपी प्रदेश महासचिव सुभाष शर्मा ने ट्वीट कर कहा कि भगवंत मान के CMO दफ्तर में शहीद भगत सिंह और बाबा साहेब का चित्र लगाना बहुत प्रशंसनीय है. लेकिन शेरे पंजाब महाराजा रणजीत सिंह का चित्र हटा कर ना सिर्फ आपने इस महान शख़्सियत का बल्कि पूरे पंजाब का अपमान किया है. तुरंत माफ़ी मांगिए और पूरे सम्मान के साथ चित्र वापस लगाइये.
प्रिय @BhagwantMann जी, CMO में शहीद भगत सिंह और बाबा साहेब का चित्र लगाना बहुत प्रशंसनीय है परंतु शेरे पंजाब महाराजा रणजीत सिंह का चित्र हटा कर ना सिर्फ़ आपने इस महान शख़्सियत का बल्कि पूरे पंजाब का अपमान किया है । तुरंत माफ़ी माँगिए और पूरे सम्मान के साथ चित्र वापिस लगाइये । pic.twitter.com/Bfk6WddCb2
— Subhash Sharma (@DrSubhash78) March 17, 2022
मान ने 17वें सीएम पद की ली शपथ
आप नेता भगवंत मान (48 साल) ने बुधवार को पंजाब के सीएम पद की शपथ ली. इसी के साथ वे पंजाब के दूसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गए. इससे पहले प्रकाश बादल (43 साल) की उम्र में पंजाब के सबसे कम उम्र के सीएम बने थे. मान को पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
यह शपथ ग्रहण समारोह भगत सिंह के गांव खटकर कलां में हुआ. इस पर भगवंत मान ने कहा था, यहां आने की खास वजह है. पहले पहले शपथ ग्रहण राजमहलों और स्टेडियम में होते थे. इस बार शपथ ग्रहण समारोह शहीदों के गांव आया है. जिन्होंने हमें ये देश दिया उन्हें याद तो करें, केवल 23 मार्च और 28 सितंबर को थोड़ी याद करना है. वे हमारे दिलों में बसे हैं.
भगवंत मान ने विधायकों को दी सीख
मान ने अपने संबोधन में विधायकों को अहंकार न करने की सीख दी. मान ने अपने विधायकों से कहा कि हमें अहंकार नहीं करना है. ये उन लोगों की भी सरकार है, जिन्होंने आप को वोट नहीं किया. मैं उनका भी सीएम हूं. भगवंत मान ने कहा, अहंकार बुरी चीज है. जनता चाहे तो किसी को अर्श पर भी पहुंचा सकती है और किसी को फर्श पर भी पहुंचा सकती है.