पीएम मोदी की सुरक्षा चूक (PM Modi Security Breach) मामले में पंजाब सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए फिरोजपुर के SSP का ट्रांसफर कर दिया है. उनकी तरफ से आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले फिरोजपुर को नया एसएसपी दे दिया गया है. अब नरिंदर भार्गव फिरोजपुर के नए SSP होंगे. राज्य सरकार द्वारा कुल 7 IPS और दो PPS अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है. वहीं पंजाब के नए डीजीपी भी VK Bhawra बना दिए गए हैं.
फिरोजपुर SSP का ट्रांसफर
अब राज्य सरकार की तरफ से ये फैसला उस समय आया है जब अभी तक इस मामले में जांच भी पूरी नहीं हुई है. ना केंद्र की कमेटी ने कोई निष्कर्ष निकाला है और ना ही पंजाब सरकार की कमेटी ने कोई आधिकारिक बयान जारी किया है. वहीं पहले खुद सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि इस पूरे मामले में राज्य सरकार और पुलिस की कोई भूल नहीं थी. किसी भी स्तर पर कोई चूक नहीं की गई. ऐसे में सवाल पूछे जा रहे हैं कि अगर कोई गलती नहीं थी तो आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले ये ट्रांसफर क्यों किया गया?
क्यों किया गया तबादला?
अभी के लिए फिरोजपुर के पूर्व एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस को लुधियाना ट्रांसफर कर दिया गया है. वे 2016 बैच के IPS अधिकारी हैं. उनका ट्रैक रिकॉर्ड हमेशा से साफ रहा है लेकिन इस विवाद के बाद से ही उनकी भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो गए थे. बीजेपी और केंद्र ने तो सीधे-सीधे इस चूक के लिए राज्य सरकार और पुलिस को जिम्मेदार बताया था. ये भी कहा गया था कि पीएम मोदी के रूट की जानकारी सिर्फ पंजाब पुलिस को दी गई थी. लेकिन फिर भी पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए और उनका काफिला 15 से 20 मिनट तक बीच रोड पर फंसा रहा.
क्या बोले सीएम चन्नी?
लेकिन इस पूरे मामले पर सीएम चन्नी ने आक्रमक रुख अपना रखा है. एक रैली में उन्होंने आरोप लगा दिया कि बीजेपी और केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में झूठ फैलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि क्या किसी ने पत्थर मार दिया....कोई खरोंच आई...कोई गोली लगी या....किसी ने तेरे खिलाफ नारे लगाए...जो पूरे देश में ये फैलाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की जान को खतरा हो गया. कांग्रेस के कई दूसरे नेता भी इसे बहानेबाजी बता रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि पीएम की रैली में भीड़ नहीं आई, इसलिए ये सुरक्षा का मामला उठाया गया.