1947 के पार्टीशन (बंटवारे) की त्रासदी से जुड़े अहम पहलुओं को संजोए रखने और उनसे युवा पीढ़ी को रू-ब-रू कराने के लिए बनाए गए म्यूजियम के उद्घाटन को लेकर भी क्या सियासत हो सकती है? जी हां, ऐसा ही कुछ हो रहा है अमृतसर के टाउनहाल में बने पार्टीशन म्यूजियम को लेकर.
इस म्यूजियम का उद्घाटन बीते साल 24 अक्टूबर को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने किया था. अब इसी म्यूजियम का उद्घाटन 17 अगस्त को स्थानीय निकाय और पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू करने जा रहे हैं. इस मुद्दे को लेकर अकाली दल को कांग्रेस सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है.
अकाली दल ने एक ही प्रोजेक्ट के दूसरी बार उद्घाटन पर ऐतराज जताया है. अकाली दल से जुड़े विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि दूसरों के कामों का श्रेय लेने की जगह नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस सरकार पहले खुद कुछ काम करके दिखाएं. वल्टोहा ने कहा कि सिद्धू सिर्फ दोष लगाना, इल्जाम लगाना और दूसरों की पकी-पकाई पर ही खाना जानते हैं.
वल्टोहा ने कहा, 'अमरिंदर सिंह कैबिनेट ने फैसला किया था कि कोई भी मंत्री, विधायक या अधिकारी सरकारी योजनाओं का उद्घाटन नहीं करेगा, ऐसे में मेरा सवाल है कि क्या ये फैसला बदल दिया गया है जो सिद्धू 17 अगस्त को म्यूजियम का उद्घाटन करने जा रहे हैं.'
टाउन हाल में पार्टीशन म्यूजियम का निर्माण पिछली अकाली दल-बीजेपी सरकार के कार्यकाल में सुखबीर सिंह बादल के ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर हुआ था. पंजाब टूरिज्म विभाग की ओर से तैयार कराए गए म्यूजियम में 1947 के भारत-पाकिस्तान बंटवारे से जुड़े अहम दस्तावेज, दुर्लभ चित्र और वस्तुएं प्रदर्शित की गई है. 24 अक्टूबर 2016 को सुखबीर सिंह बादल ने इसका उद्घाटन गेटवे ऑफ अमृतसर, गोल्डन प्लाजा और हेरिटेज वॉक रूट के साथ किया था. म्यूजियम के संचालन की जिम्मेदारी 'द आर्ट्स एंड कल्चरल हेरिटेज ट्रस्ट को सौंपी गई है.'
म्यूजियम के संचालन से जुड़े अधिकारियों की तरफ से ये तर्क भी दिया जा रहा है कि पिछले साल जब म्यूजियम का उद्घाटन हुआ था तो इसका सिर्फ 30 फीसदी ही इसका काम पूरा हुआ था. अब इसका काफी काम पूरा कर लिया गया है. ये देश का ही नहीं बल्कि विश्व में बंटवारे पर आधारित पहला म्यूजियम बताया जा रहा है. पार्टीशन म्यूजियम मैनेजर राजविंदर कौर का कहना है कि यहां 4 गैलरी और बन रही हैं जिसका उद्घाटन नवजोत सिंह सिद्धू करेंगे.