1 जनवरी को पंजाब में छात्रों ने CAA, NPR और NRC के खिलाफ एक बड़े प्रदर्शन का ऐलान किया गया था. राज्य स्तरीय इस कार्यक्रम में पंजाब के तमाम विश्वविद्यालय और कॉलेजों के लेफ्ट संगठनों से जुड़े छात्र "Citizens Against Divide" और "Young India Campaign against NRC, NPR and CAA" के बैनर तले शामिल होने का ऐलान किया था लेकिन बावजूद इसके छात्र कम ही दिखाई दिए.
चंडीगढ़ के सेक्टर 17 में हुआ प्रदर्शन
चंडीगढ़ के सेक्टर 17 की प्लाजा मार्केट में "Citizens Against Divide" के बैनर तले कुछ सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग अपने हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर जमा हुए और CAA, NRC और NPR को लागू ना करने को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई को लेकर भी विरोध जताया गया.
पवन बंसल ने अंतिम वक्त बनाई दूरी
"Citizens Against Divide" के बैनर तले जब कई राजनीतिक पार्टियों, सामाजिक संगठनों और छात्र संगठनों की मीटिंग हुई थी तब कांग्रेस की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री और चंडीगढ़ के पूर्व कांग्रेस सांसद पवन बंसल भी शामिल हुए थे. उन्होंने भी इस 1 जनवरी को होने वाले प्रोटेस्ट में शामिल होने की बात मानी थी. लेकिन ऐन मौके पर उन्होंने इस प्रोटेस्ट से दूरी बना ली.
अमरिंदर सिंह ने दी थी छात्रों को नसीहत
1 जनवरी को होने वाले इस प्रदर्शन से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने छात्रों को शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की नसीहत दी थी. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रेस नोट जारी करके छात्र संगठनों को कहा था कि उन्हें छात्रों के शांतिपूर्वक प्रदर्शन से कोई भी ऐतराज नहीं है लेकिन अगर कोई भी छात्र संगठन इस प्रदर्शन की आड़ में कानून को हाथ में लेने की कोशिश करेगा तो ऐसे में पंजाब पुलिस उससे सख्ती से निपटेगी.