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धर्मगुरु आशुतोष महाराज क्लीनिकली डेड, लेकिन समर्थक मानने को तैयार नहीं

पंजाब के एक धर्मगुरु को लेकर इन दिनों संशय की स्थिति बनी हुई है. दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के प्रमुख आशुतोष महाराज को छह दिन पहले क्लीनिकली डेड घोषित किया जा चुका है, लेकिन उनके समर्थक और सेवादार इसे मानने को तैयार नहीं हैं. वे कह रहे हैं कि आशुतोष महाराज गहरी समाधि में लीन हैं.

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आशुतोष महाराज
आशुतोष महाराज

पंजाब के एक धर्मगुरु को लेकर इन दिनों संशय की स्थिति बनी हुई है. दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के प्रमुख आशुतोष महाराज को छह दिन पहले क्लीनिकली डेड घोषित किया जा चुका है, लेकिन उनके समर्थक और सेवादार इसे मानने को तैयार नहीं हैं. वे कह रहे हैं कि आशुतोष महाराज गहरी समाधि में लीन हैं.

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इस बीच, उनके पूर्व ड्राइवर ने पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है कि आशुतोष महाराज अब इस दुनिया में नहीं रहे और उनके कुछ संचालक डेरे की हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति हड़पने की फिराक में है.

पंजाब के नूरमहल में स्थित दिव्य ज्योति जागृति संसथान के प्रमुख आशुतोष महाराज जिंदा है या नहीं? इसे लेकर तरह-तरह की अफवाहें गर्म है. डॉक्टर आशुतोष महाराज को सात दिन पहले ही क्लीनिकली डेड यानी मृत मान चुके हैं. लेकिन संस्थान के संचालक यह मानने को तैयार नहीं. संचालकों का दावा है कि आशुतोष महाराज गहन समाधि में हैं.

हालांकि कल से संचालकों ने आशुतोष महाराज का शरीर डीप फ्रीजर में रख दिया है, लेकिन इसके बावजूद वे मानने को तैयार नहीं कि आशुतोष महाराज इस दुनिया में अब नहीं रहे. उनका तर्क है कि हिमालय में '0 डिग्री' से भी कम तापमान होता है और जब संत लोग समाधि में चले जाते हैं तो हमारा फर्ज बनता है कि उनके शरीर की देखभाल करें.

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लेकिन आशुतोष महाराज के पूर्व ड्राइवर पूरण सिंह ने सोमवार को पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में कहा गया कि महेश कुमार झा उर्फ आशुतोष महाराज की संपत्ति ट्रांसफर करने और गद्दी के लालच में उन्हें बंधक बनाकर रखा गया है.

लगभग 70 साल के आशुतोष महाराज ने 80 के दशक के शुरुआत में जालंधर के पास नूर महल में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की नींव रखी थी. गौरतलब है कि पंजाब में 65 आश्रमों के साथ देश भर में फैले करीब 350 आश्रमों के अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन जैसे कई अन्य देशों में भी दिव्य ज्योति संस्थान के कई आश्रम हैं, जिनके फॉलोअर की संख्या लाखों में है. आशुतोष महाराज के ब्रह्मलीन होने कि सूचना मिलते ही पहले दिन तो संस्थान में भक्तो का तांता लग गया था.

बेशक आशुतोष महाराज की हालत को लेकर डॉक्टर और उनके समर्थकों के बीच मतभेद है लेकिन 5 फरवरी को सच्‍चाई सामने आनी तय है, क्योंकि पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से आशुतोष महाराज की हालत के बारे 5 फरवरी को जवाब दाखिल करने के आदेश दिए हैं.

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