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पार्टी में बगावत के बाद केजरीवाल खुद संभालेंगे पंजाब की कमान

आम आदमी पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. सुखपाल सिंह खैरा ने बगावत कर दी है. हाल ही में उन्होंने बठिंडा में एक रैली की थी. पार्टी में बढ़ते संकट को देखते हुए अरविंद केजरीवाल ने खुद कमान संभाल ली है.

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दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल

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आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई में खुली बगावत के बाद अब पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद कमान संभालने की तैयारी कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक हाल ही में आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई में बीते घटनाक्रमों को देखते हुए केजरीवाल सितंबर महीने में पंजाब जाएंगे और उसके बाद अक्टूबर से लगातार पंजाब का दौरा करेंगे.

केजरीवाल इस दौरान 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा भी लेंगे. पंजाब विधानसभा में 'आप' नेता और पूर्व नेता विपक्ष सुखपाल खैरा को उनके आपत्तिजनक बयानों के चलते नाराज केंद्रीय नेतृत्व ने पद से हटा दिया था. पद से हटाए जाने के बाद खैरा ने पार्टी विधायकों के साथ खुली बगावत कर दी. हाल ही में बठिंडा में खैरा ने रैली करके बागी नेताओं के साथ शक्ति प्रदर्शन किया. सूत्रों के मुताबिक पार्टी बागी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है.

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इन राज्यों पर रहेगा पार्टी का फोकस

2019 लोकसभा चुनाव को लेकर 'आप' का पूरा फोकस दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में ही रहेगा. अक्टूबर से केजरीवाल पंजाब और हरियाणा का दौरा करेंगे और 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर खुद नजर रखेंगे. केजरीवाल के इस दौरे के दरमियान ही पंजाब में दोबारा पार्टी के संगठन में फेरबदल देखने को मिल सकता है.

सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रभारी और दिल्ली में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जल्द ही पंजाब का दौरा करेंगे और नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पार्टी के संगठन पर चर्चा करेंगे. इस बीच आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान और अमन अरोड़ा का इस्तीफा नामंजूर करते हुए उन्हें अपने पद पर बने रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं.

ऐसे में भगवंत मान पंजाब में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे. लेकिन इस बीच 6 विधायकों का पार्टी से विद्रोह कहीं-न-कहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है.

खैरा की मीटिंग में पहुंचे थे 6 MLA

विधानसभा में नेता विपक्ष के पद से हटाए जाने के बाद सुखपाल खैरा ने गुरुवार को पार्टी नेताओं की एक बैठक बुलाई थी. जिसमें आम आदमी पार्टी के 6 विधायकों ने हिस्सा लिया. चौंकाने वाली बात ये है कि पार्टी नेतृत्व की तरफ से सभी को चेतावनी दी गई थी कि कोई भी इस बैठक में शामिल ना हो. पंजाब में बागियों के शक्ति प्रदर्शन से पहले बुधवार को ही आम आदमी पार्टी ने पंजाबी यूनिट को संकेत दिया था कि ऐसी स्थिति में वह बागियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. 

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