पंजाब विधानसभा में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. दरअसल आम आदमी पार्टी के विधायक सुखपाल खैहरा और उनकी सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस के पूरे बजट सत्र से निलंबन के मुद्दे पर सदन के अंदर कार्यवाही शुरु होते ही आम आदमी पार्टी के 19 विधायकों और लोक इंसाफ पार्टी के 1 विधायक ने हंगामा शुरू कर दिया और स्पीकर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.
इसके बाद स्पीकर के निर्देश पर सदन में मौजूद मार्शलों ने आम आदमी पार्टी के विधायकों को जबरदस्ती उठा कर बाहर कर दिया. इस दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक परिमल सिंह खालसा की पगड़ी उतर गई और आम आदमी पार्टी की महिला विधायकों का आरोप है कि उनके साथ जब महिला मार्शलों ने धक्का-मुक्की की तो उनके दुपट्टे उतर गए.
पूरी कार्यवाही में आम आदमी पार्टी के विधायकों को जबरदस्ती उठाकर विधानसभा से बाहर कर दिया गया और इस दौरान चार विधायक भी बेहोश हो गए. आम आदमी पार्टी ने अपने विधायकों के साथ हुई इस कार्यवाही को बर्बर करार दिया, तो वहीं बेहोश विधायकों को एम्बुलेंस से चण्डीगढ़ के सेक्टर-16 हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है.
दरअसल आम आदमी पार्टी के विधायक और चीफ व्हिप सुखपाल खैहरा को पंजाब विधानसभा के पूरे बजट सत्र से स्पीकर राणा के पी सिंह ने इसलिए निलंबित कर दिया था क्योंकि उन्होंने सदन के अंदर का लाइव वीडियो अपनी फेसबुक वॉल पर पोस्ट कर दिया था. इसके बाद सुखपाल खैहरा को पूरे बजट सत्र के दौरान सदन में आने की मनाही स्पीकर की तरफ से लगा दी गई थी.
सुखपाल खैहरा ने बुधवार को स्पीकर पर आरोप लगाया था कि उनका बेटा पंजाब में हो रही अवैध माइनिंग के कारोबार में शामिल है. इसके बाद गुरुवार को जब आम आदमी पार्टी के विधायकों ने हंगामा किया तो उनको मार्शलों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया और विधायकों को उठा-उठाकर विधानसभा से बाहर कर दिया गया.
पंजाब विधानसभा में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. दरअसल आम आदमी पार्टी के विधायक सुखपाल खैहरा और उनकी सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस के पूरे बजट सत्र से निलंबन के मुद्दे पर सदन के अंदर कार्यवाही शुरु होते ही आम आदमी पार्टी के 19 विधायकों और लोक इंसाफ पार्टी के 1 विधायक ने हंगामा शुरू कर दिया और स्पीकर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.
इसके बाद स्पीकर के निर्देश पर सदन में मौजूद मार्शलों ने आम आदमी पार्टी के विधायकों को जबरदस्ती उठा कर बाहर कर दिया. इस दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक परिमल सिंह खालसा की पगड़ी उतर गई और आम आदमी पार्टी की महिला विधायकों का आरोप है कि उनके साथ जब महिला मार्शलों ने धक्का-मुक्की की तो उनके दुपट्टे उतर गए.
पूरी कार्यवाही में आम आदमी पार्टी के विधायकों को जबरदस्ती उठाकर विधानसभा से बाहर कर दिया गया और इस दौरान चार विधायक भी बेहोश हो गए. आम आदमी पार्टी ने अपने विधायकों के साथ हुई इस कार्यवाही को बर्बर करार दिया, तो वहीं बेहोश विधायकों को एम्बुलेंस से चण्डीगढ़ के सेक्टर-16 हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है.
दरअसल आम आदमी पार्टी के विधायक और चीफ व्हिप सुखपाल खैहरा को पंजाब विधानसभा के पूरे बजट सत्र से स्पीकर राणा के पी सिंह ने इसलिए निलंबित कर दिया था क्योंकि उन्होंने सदन के अंदर का लाइव वीडियो अपनी फेसबुक वॉल पर पोस्ट कर दिया था. इसके बाद सुखपाल खैहरा को पूरे बजट सत्र के दौरान सदन में आने की मनाही स्पीकर की तरफ से लगा दी गई थी.
सुखपाल खैहरा ने बुधवार को स्पीकर पर आरोप लगाया था कि उनका बेटा पंजाब में हो रही अवैध माइनिंग के कारोबार में शामिल है. इसके बाद गुरुवार को जब आम आदमी पार्टी के विधायकों ने हंगामा किया तो उनको मार्शलों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया और विधायकों को उठा-उठाकर विधानसभा से बाहर कर दिया गया. आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि सुखपाल खैहरा ने जो सच्चाई स्पीकर के बेटे के अवैध माइनिंग से जुड़े होने को लेकर कही है. उसी का बदला लेने के लिए स्पीकर इस तरह से मार्शलों की मदद से उनके खिलाफ कार्यवाही कर रहे हैं.
वहीं विधानसभा के सदन के अंदर एक सिख विधायक की पगड़ी उतर जाने के बाद अकाली दल भी आम आदमी पार्टी के समर्थन में आ गया. अकाली दल के विधायकों ने अपने प्रधान सुखबीर बादल के नेतृत्व में विधानसभा के अंदर प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद स्पीकर ने मार्शलों को कहकर अकाली दल के विधायकों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया.
अकाली दल का कहना है कि विधानसभा के अंदर एक सिख विधायक की पगड़ी उतरी और ये सिख कौम और धर्म का अपमान है और इस मामले पर स्पीकर को माफी मांगनी चाहिए और साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री को इस पूरे मामले पर सदन में जवाब देना चाहिए.
अकाली दल ने इस पूरे मामले को 1984 के ब्लू स्टार ऑपरेशन से भी जोड़ दिया और कांग्रेस को सिख विरोधी पार्टी करार दे दिया. सुखबीर बादल ने कहा कि कांग्रेस जब भी पंजाब की सत्ता में आती है तो इस तरह से सिखों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया जाता है और इसका एक और नजारा पंजाब विधानसभा में भी गुरुवार को दिखाई दिया है.
पंजाब विधानसभा का बजट सत्र शुरुआत से ही बेहद हंगामेदार रहा है और अब ये हंगामा इस कदर बढ़ गया है कि स्पीकर मार्शलों की मदद से हंगामा करने वाले विधायकों को जबरदस्ती बाहर कर रहे हैं. और इसी वजह से सदन के अंदर विपक्षी पार्टियों आम आदमी पार्टी और अकाली दल का विरोध भी बढ़ता जा रहा है.
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि सुखपाल खैहरा ने जो सच्चाई स्पीकर के बेटे के अवैध माइनिंग से जुड़े होने को लेकर कही है. उसी का बदला लेने के लिए स्पीकर इस तरह से मार्शलों की मदद से उनके खिलाफ कार्यवाही कर रहे हैं.
वहीं विधानसभा के सदन के अंदर एक सिख विधायक की पगड़ी उतर जाने के बाद अकाली दल भी आम आदमी पार्टी के समर्थन में आ गया. अकाली दल के विधायकों ने अपने प्रधान सुखबीर बादल के नेतृत्व में विधानसभा के अंदर प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद स्पीकर ने मार्शलों को कहकर अकाली दल के विधायकों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया.
अकाली दल का कहना है कि विधानसभा के अंदर एक सिख विधायक की पगड़ी उतरी और ये सिख कौम और धर्म का अपमान है और इस मामले पर स्पीकर को माफी मांगनी चाहिए और साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री को इस पूरे मामले पर सदन में जवाब देना चाहिए.
अकाली दल ने इस पूरे मामले को 1984 के ब्लू स्टार ऑपरेशन से भी जोड़ दिया और कांग्रेस को सिख विरोधी पार्टी करार दे दिया. सुखबीर बादल ने कहा कि कांग्रेस जब भी पंजाब की सत्ता में आती है तो इस तरह से सिखों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया जाता है और इसका एक और नजारा पंजाब विधानसभा में भी गुरुवार को दिखाई दिया है.
पंजाब विधानसभा का बजट सत्र शुरुआत से ही बेहद हंगामेदार रहा है और अब ये हंगामा इस कदर बढ़ गया है कि स्पीकर मार्शलों की मदद से हंगामा करने वाले विधायकों को जबरदस्ती बाहर कर रहे हैं. और इसी वजह से सदन के अंदर विपक्षी पार्टियों आम आदमी पार्टी और अकाली दल का विरोध भी बढ़ता जा रहा है.