पंजाब के खालसा दल ने 25 जनवरी को पंजाब बंद का आह्वान किया है. यह बंद नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और 'केंद्र की जनविरोधी नीतियों' के खिलाफ बुलाया गया है. दल खालसा के प्रधान हरपाल सिंह चीमा ने सोमवार को इसका ऐलान किया. दल खालसा खालिस्तान समर्थक सोच के लिए जाना जाता है. हालांकि जमीनी स्तर पर पंजाब में दल खालसा का कोई विशेष जनाधार नहीं है.
दल खालसा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 'हिंदू राष्ट्र एजेंडे', कश्मीर से धारा 370 हटाने, नागरिकता संशोधन कानून जैसे मुद्दों पर विरोध करते हुए बंद की अपील की है. दल खालसा ने केंद्र सरकार की नीतियों की भी आलोचना की और इस मुद्दे को बंद के दौरान उठाए जाने की बात कही. दल खालसा के मुद्दे में जामिया, एएमयू और जेएनयू जैसी यूनिवर्सिटी में हुए हंगामे भी शामिल हैं.
दूसरी ओर, इसी मुद्दे पर दिल्ली में शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने 29 जनवरी को भारत बंद का आह्वान किया है. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो 29 जनवरी को सड़कें जाम की जाएंगी. शाहीन बाग में पिछले एक महीने से ज्यादा दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरकार सीएए कानून वापस ले.