पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के साले और पंजाब के कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ही ड्रग माफिया हैं. इस बात का खुलासा ड्रग्स रैकेट चलाने के जुर्म में गिरफ्तार किए गए अंतरराष्ट्रीय पहलवान जगदीश भोला ने किया है.
भोला के इस खुलासे के बाद कड़ाके की ठंड से जूझ रहे पंजाब में राजनैतिक माहौल बेहद गरमा गया है. विपक्षी पार्टियों ने मजीठिया का नाम इस रैकेट में आने के बाद से बंद और भूख हड़ताल की घोषणा करते हुए सूबे में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर दी है. इसके पहले इस मामले में बॉक्सर विजेंदर सिंह का भी नाम सामने आया था.
बादल ने दी क्लीन चिट
बकौल भोला, मुझे फंसाया जा रहा है. दरअसल इस स्कैंडल मैं पंजाब के कैबिनेट मंत्री बिक्रम मजीठिया शामिल हैं. उसने कहा कि इस मामले की जांच पंजाब पुलिस के बजाय सीबीआई करे तो इंसाफ मिल सकता है. हालांकि बिक्रम मजीठिया को पंजाब के डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल क्लीन चिट दे चुके हैं, लेकिन कांग्रेस ने इस मामले पर हल्ला करने का मन बना लिया है.
क्रिमनल के कहने पर कार्रवाई नहीं
पंजाब पुलिस की भी हालत बादल सरकार जैसी ही है. प्रदेश के डीजीपी सुमेध सिंह सैनी इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहते हैं कि हमने इस केस में अभी तक 51 लोगों को गिरफ्तार किया है. अब तक 71 वाहन, 13 हथियार और काफी मात्रा में ड्रग्स रिकवर की है. हम किसी हार्ड कोर क्रिमनल के कहने पर कार्रवाई नहीं कर सकते.
16 से चक्का जाम
पंजाब कांग्रेस के प्रधान प्रताप सिंह बाजवा का कहना है कि इस केस में कैबिनेट मंत्री का नाम आने के बाद, क्या आपको लगता है कि पुलिस खुलकर जांच कर सकती है. हम चाहते हैं कि मजीठिया से इस्तीफा लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाए. इसके साथ ही
मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए. और यदि ऐसा नहीं हुआ तो हम 16 जनवरी को पंजाब में चक्का जाम करेंगे. इसके साथ ही 21 से हम भूख हड़ताल पर बैठेंगे.