पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी सिर्फ मेरी नहीं सबकी है. सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट बैठक में शामिल न होने पर सिद्धू ने कहा कि वे अकेले मंत्री हैं, जिन्हें सरकार में तवज्जो नहीं दिया जा रहा है. सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि सिद्धू से शहरी विकास मंत्रालय छिन सकता है और उन्हें पर्यटन मंत्रालय दिए जाने की संभावना है.
गुरुवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मुझे दो सीटों की जिम्मेदारी दी गई थी और दोनों सीटों पर कांग्रेस जीती है. भठिंडा सीट पर मिली हार के लिए मुझे जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जबकि ये आरोप गलत हैं. कई कैबिनेट मंत्री मेरा इस्तीफा चाहते हैं, कैप्टन साहब भी हार के लिए मुझे जिम्मेदार मान रहे हैं, जबकि यह सबकी जिम्मेदारी है.
Navjot Singh Sidhu: It is a collective responsibility. My department has been singled out publicly. One must have the ability to see things in the right perspective. I cannot be taken for granted. I have been a performer throughout. I am answerable to the people of Punjab. https://t.co/jFTzEWjfIp
— ANI (@ANI) June 6, 2019
सिद्धू ने कहा कि मेरे विभाग को निशाना बनाया जा रहा है. किसी के पास चीजों को सही परिप्रेक्ष्य में देखने की क्षमता होनी चाहिए. मेरा फायदा नहीं उठाना चाहिए. मैं एक कलाकार रहा हूं. मैं पंजाब के लोगों के प्रति जवाबदेह हूं.
कैबिनेट बैठक में नहीं शामिल हुए सिद्धू
गुरुवार को पंजाब कैबिनेट की बैठक में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू नहीं पहुंचे. इससे पहले चुनाव परिणाम की समीक्षा को लेकर 30 मई को सीएम कैप्टन अमरिंदर की ओर से बुलाई गई बैठक में भी सिद्धू नहीं आए थे. इसे कैप्टन ने बेहद गंभीरता से लेते हुए पता कराया था कि सिद्धू को बैठक में शामिल होने का संदेश भेजा गया था कि नहीं.
कैप्टन और सिद्धू के बीच तकरार की वजह
लोकसभा चुनाव में पंजाब में कांग्रेस को 13 में से 8 सीटें मिलीं. बीजेपी-अकाली दल को 4 और आम आदमी पार्टी को एक सीट मिली. इस पर पंजाब कांग्रेस में बवाल हो गया. शहरी इलाकों कांग्रेस को हुए नुकसान के लिए कैप्टन ने सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया. इतना ही नहीं राज्य के कई मंत्रियों ने यहां तक कह दिया कि अगर सिद्धू, सीएम कैप्टन के नेतृत्व में काम नहीं कर सकते तो इस्तीफा दे दें.