दरअसल, पिछले दिनों बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा था कि वह 45 दिनों में पंजाब-हरियाणा के पानी का फैसला कर देंगी. मंत्री के इसी बयान पर निशाना साधते हुए अपने संबोधन में अमरिंदर सिंह पानी की तरह बह गए. उन्होंने पानी के मुद्दे पर उमा भारती को ललकारते हुए कहा, 'वह कहती हैं कि मैं 45 दिनों में पंजाब-हरियाणा के पानी का फैसला कर देंगी. अगर उन्होंने पंजाब के पानी की एक बूंद भी लेने की कोशिश की तो हम उमा भारती को उल्टा कर देंगे.'
नेताओं के बड़बोलेपन के आदि हो चुके इस देश ने अभी पिछले दिनों ही बीजेपी नेता और मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह के पावन वचन सुने थे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बारे में उन्होंने विवादित टिप्पणी की. मामला बढ़ा तो मंत्री जी 'सॉरी' बोलकर चलते बने. तब कांग्रेस ने मुद्दे को खूब भुनाया था और बीजेपी को खरी खोटी सुनाई थी. लेकिन दल कोई भी हर दल में कई नेता ऐसे हैं, जो संभवत: एक ही ट्रेन पर सवार होकर राजनीति के जंक्शन पर उतरे हैं.
बहरहाल, पंजाब के जिला संगरूर के धुरी में उपचुनाव के कारण चुनावी अखाड़ा सज कर तैयार है. कांग्रेस नेता के ताजा बयान ने अखाड़े में धूल को हवा देने का काम किया है. सोमवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह धुरी में कांग्रेस उम्मीदवार समर प्रताप के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. पानी से प्यास तो बुझती ही है, राजनीतिक मुद्दों के गड्ढे भी खूब भरे जाते हैं, लिहाजा कांग्रेस नेता ने अपने संबोधन में पानी की समस्या को प्रमुखता से लिया. लेकिन आखिरकार पानी की तरह बह गए.