पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बरगाड़ी मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर कहा है कि इससे सिख समुदाय को पीड़ा पहुंची है. उनका कहना है कि मामले में और विस्तृत जांच सुनिश्चित करने के लिए इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए. पंजाब सीएम का कहना है कि सीबीआई ने न केवल जांच के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं की अनदेखी की, बल्कि दोषियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने में विफल रही.
साल 2015 में फरीदकोट के बरगाड़ी गांव में हुए पवित्र ग्रंथ की बेअदबी की गई थी. इसके कुछ दिन बाद 15 अक्टूबर 2015 को बहबल कलां गांव में पुलिस ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोगों पर गोली चलाई थी, जिसमें दो लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे. इसी को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर बयान दिया है. पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, सीबीआई ने जांच के कई पहलुओं पर गौर नहीं किया बल्कि वह दोषियों को पकड़ने में भी नाकाम रही. इस मामले के कई पहलू जैसे वित्तीय लेनदेन, विदेशों से लिंक को सीबीआई लगातार दरकिनार करती रही.
Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh on CBI closure report in Bargari sacrilege case: It has caused a deep sense of hurt & anguish among the Sikh community & should be immediately withdrawn to ensure further detailed investigations in the matter. (file pic) pic.twitter.com/1Gbn8vGo6g
— ANI (@ANI) July 31, 2019
2015 के इस मामले में मोहिंदर पाल बिट्टू गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करने के मामले में मुख्य संदिग्ध था. उसकी जेल में दो कैदियों ने हत्या कर दी थी. पुलिस ने कहा था कि बिट्टू की पटियाला के निकट नाभा जेल में हत्या के एक दोषी व हत्या के एक आरोपी ने पीट-पीटकर मार डाला. बिट्टू कोटकपुरा कस्बे का रहने वाला था. वह हरियाणा के पंचकूला शहर में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 2017 में दोषी करार दिए जाने के बाद हुई हिंसा सहित कई मामलों में वांछित था. बिट्टू को विशेष जांच दल ने हिमाचल प्रदेश के पालमपुर कस्बे से बीते साल गिरफ्तार किया था. वह गुरमीत राम रहीम सिंह का करीबी माना जाता था.