पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित को पत्र लिखकर पंजाब कैडर के IPS अधिकारी को समय से पहले चंडीगढ़ के SSP के पद से हटाने पर गुस्सा जाहिर किया है. उनका कहना है कि चंडीगढ़ के SSP के पद से पंजाब कैडर के आईपीएस अफसर को वापस भेजने से केंद्र शासित प्रदेश के कामकाजी मामलों में राज्यों के बीच संतुलन बिगड़ेगा.
पंजाब के राज्यपाल को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने उनको अवगत करवाया कि केंद्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़ के SSP के पद पर पारंपरिक तौर पर पंजाब कैडर का आईपीएस अधिकारी ही तैनात होता है. इसी तरह यूटी का डिप्टी कमिश्नर हरियाणा कैडर का आईएएस अधिकारी नियुक्त होता है. भगवंत मान ने कहा कि उनको यह जानकर हैरानी हुई है कि पंजाब कैडर के साल 2009 के आईपीएस अधिकारी कुलदीप सिंह चहल को समय से पहले ही पंजाब वापस भेज दिया गया है.
हरियाणा के अधिकारी की चंडीगढ़ में नियुक्ति
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य के लिए यह और भी दुख की बात है कि चंडीगढ़ के एसएसपी के पद पर हरियाणा कैडर का आईपीएस अधिकारी को नियुक्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह कदम पूरी तरह से गैर-वाजिब है, क्योंकि इससे यू.टी. के मामलों को चलाने में राज्यों के दरमियान संतुलन बिगड़ रहा है. भगवंत मान ने कहा कि यदि किसी कारण एस.एस.पी. कुलदीप सिंह चहल को वापस भेजना ही था तो पहले पंजाब से आईपीएस अधिकारियों का पैनल मांग लेना चाहिए था.
जल्दी ही पंजाब के अधिकारी की हो सकती है नियुक्ति
इस मामले में राज्यपाल के दखल की मांग करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही एसएसपी चंडीगढ़ के पद के लिए पंजाब कैडर के तीन आईपीएस अधिकारियों का पैनल भेजेगी. उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि पंजाब कैडर का आईपीएस अधिकारी जल्द ही एसएसपी चंडीगढ़ के पद पर नियुक्त होगा.