प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसको लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी सफाई में कहा कि छोटी-सी बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था. उन्होंने कहा कि विवाद खड़ा करके बीजेपी की रैली की नाकामी से ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है.
'आजतक' को खास इंटरव्यू में सीएम चन्नी ने बताया कि अंतिम समय में पीएम के कार्यक्रम में बदलाव हुआ था. पीएम को हेलीकॉप्टर से जाना था, लेकिन अचानक उनका सड़क मार्ग से जाने का प्लान बन गया. इसमें पुलिस की कोई गलती नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी जिस जगह रास्ता रोककर बैठे थे, वहां से एक किलोमीटर पहले ही पीएम का काफिला रोक दिया गया था, तो इसमें खतरा कैसा?
केंद्रीय एजेंसियों की विफलता
मुख्यमंत्री चन्नी ने पंजाब पुलिस का बचाव करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक केंद्रीय एजेंसियों इंटेलीजेंस ब्यूरो और एसपीजी की विफलता है. सीएम ने दावा किया कि आईबी के डायरेक्टर ने भी पीएम के दौरे के पहले सुरक्षा इंतजामों को लेकर अपनी संतुष्टि जाहिर की थी.लेकिन सुबह अचानक 10-12 लोग पास के गांव से आकर सड़क पर बैठ गए थे, जिससे रुकावट आई. उन्होंने बताया कि जिस इलाके में पीएम मोदी को आना था, वो वैसे भी बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में आता है इसलिए इसमें राज्य की पुलिस का कोई गलती नहीं है.
यहां बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर माह में भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) को भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारतीय क्षेत्र के अंदर 50 किमी के क्षेत्र में तलाशी लेने, संदिग्धों को गिरफ्तार करने और जब्ती करने का अधिकार दिया था.
रैली की नाकामी छिपाई
इंटरव्यू में सीएम चन्नी ने कहा, फिरोजपुर में बीजेपी की रैली को संबोधित करने जा रहे प्रधानमंत्री मोदी को जब पता चला कि 70 हजार में से सिर्फ 700 कुर्सियां ही भर पाई हैं तो उन्होंने लौटना उचित समझा और इस नाकामी को छिपाने के लिए पूरा दोष सुरक्षा व्यवस्था पर मढ़ दिया. इतने बड़े राजनेता को ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए थी. दरअसल, बुधवार को बीच रास्ते से बठिंडा एयरपोर्ट लौटे पीएम मोदी ने पंजाब सरकार के अफसरों से कह दिया था, 'अपने सीएम को थैंक्स कहना कि मैं बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया.'
सुरक्षा के पूरे इंतजाम थे
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, हम पीएम का पूरा सम्मान करते हैं और हमें खेद है कि पीएम को वापस जाना पड़ा, लेकिन मैं ये बताना चाहूंगा कि मुझे जानकारी थी कि पीएम आने वाले हैं और पीएम की सुरक्षा के पूरे इंतजाम थे. मुझे पहले ही गृह मंत्रालय से फोन आया था. मुझे भी सीएम के स्वागत के लिए जाना था, लेकिन मैं कोरोना संक्रमित के संपर्क में आ गया था इसलिए नहीं जा पाया. लेकिन प्रधानमंत्री के स्वागत में हमारे मंत्री मौजूद थे.पीएम को किसी तरह का खतरा नहीं था.
बता दें कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब के फिरोजपुर में होने वाली रैली किसान संगठनों के विरोधके चलते रद्द हो गई. वहीं फ्लाईओवर पर पीएम मोदी के काफिला को 20 मिनट से ज्यादा फंसे रहना पड़ा था.