पंजाब रेत खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि जब भी चुनाव होते हैं तो केंद्र सरकार विपक्ष के खिलाफ ईडी और आईटी विभागों का दुरुपयोग करने लगती है. पश्चिम बंगाल इसका गवाह है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले को लेकर सीएम चन्नी ने किसानों की आड़ ली और कहा, अगर मैंने किसानों के खिलाफ बल प्रयोग किया होता तो शायद ऐसा नहीं होता, लेकिन केंद्र सरकार बेवजह किसानों और पंजाब को बदनाम कर रही है.
बता दें कि 5 जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर में पीएम मोदी के प्रस्तावित सड़क दौरे को प्रदशर्नकारी किसानों ने बाधित कर दिया था. प्रधानमंत्री करीब 20 मिनट तक रास्ते में एक फ्लाईओवर पर फंसे रहे थे और उसके बाद उन्हें दिल्ली वापस आना पड़ा था.
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी और पश्चिम बंगाल के लोग हमेशा से ही क्रांतिकारी रहे हैं, इसलिए केंद्र की भाजपानीत सरकार उनको छापों के जरिए बदनाम करने में जुटी है.
बता दें कि पंजाब में ईडी की ताबडतोड़ छापेमारी चल रही है, इसमें सैंड माइनिंग मामले में 10 ठिकानों पर रेड की गई. चरणजीत सिंह चन्नी के करीबी के घर पर भी मोहाली में छापेमारी की गई है. सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पंजाब में अवैध बालू खनन मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री सिंह चन्नी के कथित रिश्तेदारों से जुड़े परिसरों सहित अन्य जगहों पर तलाशी ले रहा है.
ईडी ने मोहाली में भूपिंदर सिंह हनी, जो कथित तौर पर सीएम चन्नी के रिश्तेदार हैं, के घर सहित राज्य में 10 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई. सूत्रों के मुताबिक, भूपिंदर ने रेत खनन का ठेका हासिल करने के लिए कथित तौर पर पंजाब रियल्टर्स नाम की एक फर्म बनाई थी. इस दौरान ईडी ने कुल करीब 8 करोड़ रुपए के सामान की जब्ती की है.