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पंजाब कांग्रेस में खत्म होगी रार, पार्टी ने माना- सिद्धू जरूरी, बड़ा पद देकर किया जाएगा डैमेज कंट्रोल

कांग्रेस आलाकमान को लगता है कि इस अंदरूनी लड़ाई से पार्टी की काफी किरकिरी हुई है. ये बात कैप्टन अमरिंदर को भी समझाई गई है. कैप्टन का विधायकों के साथ लंच भी पंजाब कमेटी की हिदायत का नतीजा है.

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पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू (फोटो- पीटीआई)
पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू (फोटो- पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पंजाब कांग्रेस के लिए सिद्धू जरूरी
  • कैप्टन की मनमानी, आलाकमान की परेशानी
  • सिद्धू को बयानबाजी से बचने की सलाह
पंजाब में कैप्टन बनाम सिद्धू के बीच मचे घमासान को लेकर पार्टी बीच का रास्ता तलाश रही है. सूत्रों के मुताबिक मसले का समाधान एक दो दिन में निकल जाएगा. समाधान ऐसा होगा जो कि दोनों पक्षों के लिए सम्मानजनक हो. 

आलाकमान को लगता है कि इस अंदरूनी लड़ाई से पार्टी की काफी किरकिरी हुई है. ये बात कैप्टन अमरिंदर को भी समझाई गई है. कैप्टन का विधायकों के साथ लंच भी पंजाब कमेटी की हिदायत का नतीजा है.

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पार्टी चाहती है कि कैप्टन विधायकों की शिकायतों को दूर करें. दरअसल पिछले 1 साल में कैप्टन ने विधायकों से दूरी बनाए रखी. उनसे मुलाकात ना कर पाना विधायकों की मुख्य शिकायतों में एक थी. हालांकि उन्होंने इसका कारण कोरोना बताया था. विधायकों की इस शिकायत को दूर करने के लिए कैप्टन ने विधायकों की दावत रखी है.

कैप्टन की मनमानी है परेशानी! 

हालांकि कैप्टन की मनमानी से भी पार्टी नेतृत्व बहुत खुश नहीं है. पंजाब कमेटी ने सीएम को प्रेसवार्ता करने के लिए कहा था जिसमें वो सरकार के कामकाज को गिनाते और आगे की राह भी बताते, पर हफ्ता से ज़्यादा बीत गया उन्होंने ऐसा नहीं किया.  

क्या मान गए हैं Sidhu? अब खत्म हो जाएगा Punjab Congress का संकट

बिजली को लेकर भी 200 यूनिट मुफ्त दिए जाने की घोषणा की जानी थी मगर यह भी काम नहीं किया गया. इसी बीच अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में सत्ता में आने पर लोगों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा कर दिया. 

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उत्तर काटो मैं चढ़ा 

पंजाब के सियासी हलके में यह कहावत जोरों से चल रही है. उत्तर कांटों में चढ़ा. यानी तुम हटो मैं सिंहासन चढ़ता हूं. कैप्टन और बादलों के बीच चल रही सत्ता की अदली-बदली की चर्चा है. पंजाब में कांग्रेस और अकाली की सरकार पारी पारी से आती जाती रही हैं.  

बादलों के प्रति कैप्टन की नर्मी पार्टी हाईकमान के लिए चिंता का विषय है. ट्रांसपोर्ट, केबल से लेकर रेत माफिया पर सुस्ती कैप्टन के केस को कमज़ोर कर रही है. 

सिद्धू ज़रुरी

अब सवाल उठता है कि कांग्रेस क्या करेगी? सिद्धू को ऐसे में बड़ा पद देकर डैमेज कन्ट्रोल किया जाएगा. और इसके लिए कैप्टन को भी मना लिया गया है. अमरिंदर जल्द दिल्ली आएंगे और पार्टी नेतृत्व से मिलेंगे.

सिद्धू के बयानों पर उन्हें चेताया गया है. यही वजह है कि सिद्धू दिल्ली में दर्जनों मीडिया के सामने चुप्पी साधे हुए हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि पार्टी आलाकमान को लगता है कि सिद्धू कांग्रेस पार्टी के लिए जरूरी हैं और पंजाब के नेतृत्व में उन जैसा चेहरा पार्टी को मजबूती प्रदान करेगा इसीलिए पार्टी हाईकमान सिद्धू को भी सम्मानजनक जगह देना चाहता है. 

 

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