Punjab Congress Crisis: पंजाब में जारी कांग्रेस संकट खत्म होने की जगह बढ़ता ही जा रहा है. अब कांग्रेस के सीनियर नेता और सांसद मनीष तिवारी (Manish Tiwari) ने मौजूदा हालात पर चिंता जाहिर की है, साथ ही बिना नाम लिए नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जिन्हें पंजाब मसले को सुलझाने का जिम्मा दिया गया था, उनको पंजाब की समझ ही नहीं थी.
आजतक से बात करते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि पंजाब को सुरक्षित हाथों में होना चाहिए. पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है, जिसकी सीमा पाकिस्तान से लगती है. लेकिन फिर भी मामले को बुरी तरह हैंडल किया गया जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. मनीष तिवारी ने कहा, 'पंजाब की ताजा स्थिति से अगर कोई इस वक्त खुश है तो वह पाकिस्तान है.'
पंजाब में जो घटनाक्रम पिछले कुछ दिनों में घटा, वो दुर्भाग्यपूर्ण था. अगर पंजाब की अस्थिरता पर किसी को खुशी है तो वो पाकिस्तान को है. उनको लगता है कि पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है तो उनको फिर अपने काले मंसूबों को अंजाम देने का एक और मौका मिलेगा.
मनीष तिवारी ने आगे कहा कि पिछले एक साल से पंजाब के किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग लेकर सड़कों पर बैठने को मजबूर हैं. ऐसे में पंजाब के लोगों के कल्याण के प्रति बेहद संवेदनशील होने की जरूरत थी. ऐसे में इस विवाद में नहीं पड़ना चाहिए था कि कौन AG बना रहा है, पसंद के शख्स को मंत्रिपरिषद में जगह मिली है या नहीं. बता दें कि मंगलवार को सिद्धू के इस्तीफे के बाद ही ऐसी खबरें सामने आने लगी थी कि चरणजीत सिंह चन्नी से उनकी बन नहीं रही थी. जानकारी मिली थी कि ये नाराजगी कुछ नियुक्तियों को लेकर है.
पंजाब की राजनीतिक स्थिरता की जरूरत - मनीष तिवारी
तिवारी ने आगे कहा कि पार्टी को इस वक्त सीनियर नेताओं और राज्य में मौजूद उसके सांसदों से बात करनी चाहिए. बता दें कि मनीष तिवारी भी पंजाब (श्री आनंदपुर साहिब) से ही कांग्रेस सांसद हैं. मनीष तिवारी ने कहा कि पंजाब में राजनीतिक स्थिरता जरूरी है. वह बोले, 'चुनाव एक पहलू है पर राष्ट्र हित दूसरा पहलू है. पंजाब की राजनीतिक स्थिरता को बहाल करने की ज़रूरत है.'
इसके साथ-साथ तिवारी ने पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की तारीफ भी की. तिवारी ने कहा कि अमरिंदर पंजाब की राजनीति को अच्छे से समझते हैं. वह बोले, 'फौजी कैप्टन में राष्ट्रवाद कूट-कूट के भरा है.'