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अमरिंदर vs सिद्धू: दिल्ली में 3 घंटे चली मीटिंग, क्या सुलझेगा पंजाब में कांग्रेस का झगड़ा?

सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली में पार्टी पैनल से करीब तीन घंटे तक बैठक की. इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष और नवजोत सिंह सिद्धू समेत करीब दो दर्जन विधायक पैनल से मिल चुके हैं. बागियों ने अपनी ही सरकार पर जनता से वादाखिलाफी के संगीन आरोप मढ़े हैं.

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नवजोत सिंह सिद्धू के साथ सीएम अमरिंदर सिंह (फाइल फोटो)
नवजोत सिंह सिद्धू के साथ सीएम अमरिंदर सिंह (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पंजाब कांग्रेस में चुनाव से पहले बगावत
  • CM अमरिंदर से नाराज हैं कई विधायक

पंजाब कांग्रेस में चल रहे सियासी ड्रामे में आज बड़ा दिन है. सीएम अमरिंदर सिंह की दिल्ली में पार्टी पैनल के साथ करीब तीन घंटे तक बैठक चली. बैठक के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 6 महीने में चुनाव आ रहे हैं और ये हमारी पार्टी में आत्मनिरीक्षण है जो हमने किया है.

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इसके पहले पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष और नवजोत सिंह सिद्धू समेत करीब दो दर्जन विधायक पैनल से मिल चुके हैं. चुनाव से पहले पार्टी में इस फूट को लेकर आलाकमान ने तीन नेताओं का एक पैनल बनाया है.

पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में इस फूट को लेकर आलाकमान ने तीन नेताओं का एक पैनल बनाया है, जो सोमवार से बागी नेताओं से बातचीत कर रहा है. सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के दिल्ली आने से पहले कल आम आदमी पार्टी (आप) के 3 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए.

कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ कई कांग्रेसी विधायकों ने मोर्चा खोल रखा है. इस पूरे मसले को सुलझाने के लिए पार्टी हाईकमान ने एक पैनल बनाया है. इस पैनल के सामने कल बागी विधायक पेश हुए थे और कैप्टन अमरिंदर सिंह के कामकाज का लेखा-जोखा दिया. साथ ही अमरिंदर सिंह पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया.

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इस बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में अपनी ताकत दिखाते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के तीन विधायकों को कांग्रेस की सदस्यता दिला दी. इसमें विपक्ष के नेता रहे सुखपाल सिंह खैरा भी शामिल हैं. खैरा के साथ मौर से विधायक जगदे सिंह कमलू और भदौरा से विधायक पीरमल सिंह धौला ने कांग्रेस की सदस्यता ली.

 

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