पंजाब में भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल को रेलगाड़ियों की अव्यवस्था को लेकर खरी-खोटी सुनाई. एक वीडियो बनाकर उन्होंने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने कहा है कि मोदी जी बुलेट और 120 व 200 की स्पीड से चलने वाली ट्रेन को भूल जाइए, पहले रेलवे की खस्ता हालत को ठीक कीजिए. उनके इस वीडियो से राजनीतिक हंगामा मच गया है. चावला जिस ट्रेन में यात्रा कर रही थीं, वो 10 घंटे से ज्यादा लेट थी. चावला इस वीडियो में नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल को ताना मारते हुए शिकायत कर रही हैं.
करीब 14 घंटे लेट थी ट्रेन
पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत चावला 22 दिसंबर को सरयू-यमुना एक्सप्रेस में एसी-3 में यात्रा कर रही थीं. उनकी ट्रेन जब 10 घंटे से ज्यादा लेट हो गई तो उन्होंने अपने मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड किया. सरयू-यमुना एक्सप्रेस अमृतसर से अयोध्या के बीच चलती है. ये ट्रेन करीब 14 घंटे की देरी से चल रही थी.
स्टेशनों में कोई वेटिंग रूम नहीं
चावला ने वीडियो में कहा कि मेरी सरकार और पीएम मोदी से अपील है कि आम लोगों की दुर्गति के बारे में सोचिए. ट्रेन भी टूटी फूटी है. हम पिछले 24 घंटे से इतनी दिक्कत का सामना कर रहे हैं. ट्रेन का रास्ता बदला गया, लेकिन हमें कोई सूचना नहीं दी गई. 10 घंटे से ज्यादा देरी के बावजूद खाने का भी कोई इंतजाम नहीं किया गया. वीडियो में वो कहती हैं कि पीयूष गोयल जी और मोदी जी 120 या 200 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों के बारे में अभी छोड़ ही दीजिए. लोग फुटपाथ पर वक्त बिताने को मजबूर हैं, स्टेशनों में कोई वेटिंग रूम नहीं है. कड़ाके की ठंड में लोगों को खुले में सोना पड़ रहा है.
भारत की जनता पर तरस करो मोदी जी
चावला ने वीडियो में कहा कि भारतीय रेलवे के अच्छे दिन नहीं आए हैं. रेलवे में पैसेंजर्स को कोई भी सुविधा नहीं मिलती. मुझे लगता है कि रेलवे को लेकर सिर्फ अखबारी प्रचार ही हुआ है. रेलवे के अच्छे दिन नहीं आए हैं. इस गाड़ी को सरयू- यमुना एक्सप्रेस कहते हैं और इसे पहले फ्लाइंग मेल भी कहा जाता था. मुझे नहीं पता कब ये फ्लाइंग करती थी, मुझे तो इसमें 24 घंटे हो चुके हैं. मेरी भारत सरकार और मोदी जी से एक ही अपील है कि भारत की जनता पर तरस करो. देश की ये गाड़ियां इतनी टूटी-फूटी हैं. दरवाजे खिड़कियां टूटी हैं. दरवाजे खोलने के लिए भी ताकत लगानी पड़ती है. हम लोगों को इतनी तकलीफ सहनी पड़ी है.
हेल्पलाइन भी काम की नहीं, अंधेर नगरी चौपट राजा
चावला ने कहा, 'सरकार रेलवे में अपनी हेल्पलाइन को लेकर काफी प्रचार करती है. बताया जाता है कि शिकायत करने पर भूखे बच्चे के लिए दूध आ गया और बीमारों के लिए डॉक्टर भेज दिया गया, लेकिन जब हमने रेलवे की हेल्पलाइन पर संपर्क किया तो किसी ने कोई जवाब नहीं दिया. साथ ही रेलवे मंत्री पीयूष गोयल को भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. ये सब अखबारी प्रचार है. अंधेर नगरी चौपट राजा.'