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पंजाब: केवल शुकराना नहीं, भ्रष्ट अधिकारियों को बचाया, एजेंटों का नेटवर्क बनाया... पढ़िए सिंगला की पूरी स्टोरी

जांच में पता चला है कि सिंगला ने अप्रैल के महीने में विभिन्न एजेंटों के माध्यम से अपना नेटवर्क फैलाना शुरू किया था. इनमें से ज्यादातर एजेंट उनके करीबी रिश्तेदार थे. 

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विजय सिंगला (फाइल फोटो)
विजय सिंगला (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • विजय सिंगला ने बना लिया था अपना नेटवर्क!
  • ओसडी से पुलिस करेगी पूछताछ

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री रहे विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के आरोप में पद से बर्खास्त कर गिरफ्तार कर लिया गया था. वो 'शुकराना' कोड वर्ड से ठेकेदारों से कमीशन वसूलते थे. हालांकि उनका लालच केवल 'शुकराना' तक सीमित नहीं था. 
जांच में पता चला है कि सिंगला ने अप्रैल के महीने में विभिन्न एजेंटों के माध्यम से अपना नेटवर्क फैलाना शुरू किया था. इनमें से ज्यादातर एजेंट उनके करीबी रिश्तेदार थे. 

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स्वास्थ्य विभाग में दागी मंत्री ने सबसे पहला काम भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने का किया. जो ईमानदार थे उनकी उपेक्षा की गई. सिंगला ने कांग्रेस शासन के दौरान सामने आए स्वास्थ्य विभाग के घोटालों को भी दबाने की कोशिश की थी.
सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में अपने मन की पोस्ट चाहने वाले अधिकारियों से शुकराना गैंग को एक महीने का वेतन देने के लिए कहा जाता था. शुकराना गैंग और नशा मुक्ति केंद्र मालिकों के बीच कथित डील भी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, यह सौदा कथित तौर पर व्यसन केंद्रों के मालिक सिंगला के एक रिश्तेदार की मदद से हुआ था. 

और भी हो सकती है जांच

विधायक सिंगला के कार्यकाल के दौरान ब्यूप्रेनोर्फिन (ओपिओइड के इलाज के लिए प्रयुक्त) के अलावा कुछ दवाओं की आपूर्ति भी जांच के दायरे में है. 198 करोड़ रुपये के आपातकालीन प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य प्रणाली पैकेज के उपयोग की भी जांच होने की संभावना है. केंद्र सरकार द्वारा धन आवंटित किया गया था. मंत्री के गलत काम तबादलों और खरीद में भ्रष्टाचार तक ही सीमित नहीं थे. 

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75 मोहल्ला क्लीनिकों में देरी! 

उनकी गतिविधियों से 75 मोहल्ला क्लीनिकों की स्थापना में भी देरी होने की संभावना है, जिनकी घोषणा हाल ही में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने की थी. सिंगला ने अपने कार्यकाल के दौरान 60 से अधिक निविदाएं दी थीं, जिसमें प्रस्तावित मोहल्ला क्लीनिक के लिए उपकरण खरीदने के लिए निविदाएं भी शामिल हैं. इन निविदाओं में भी देरी होने की संभावना है क्योंकि सरकार ने पूरी प्रक्रिया की स्क्रीनिंग के आदेश दिए हैं. पुलिस मंत्री, उनके ओएसडी और टेंडर पाने वालों से पूछताछ करेगी कि क्या सिंगला को आपूर्ति में कोई रिश्वत मिली है?

सिंगला ने रिश्वत मांगने की बात स्वीकारी 

भगवंत मान ने कहा कि उन्हें मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार में शामिल होने के पुख्ता सबूत मिले हैं. उन्होंने कहा, मंत्री विजय सिंगला ने यह स्वीकार किया है कि उन्हें रिश्वत मांगी थीं. मान ने कहा, जनता ने बहुत उम्मीदों से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई है, उस उम्मीद पर खरा उतरना हमारा कर्तव्य है. उन्होंने कहा, अरविंद केजरीवाल ने वचन लिया था कि पंजाब से भ्रष्टाचार के सिस्टम को जड़ से उखाड़ फेकेंगे, हम सब उनके सिपाही हैं, एक पर्सेंट भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है. 
 

 

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