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Punjab: बिना ड्राइवर के 84 किलोमीटर तक दौड़ती रही ट्रेन, रेलवे में मचा हड़कंप, जांच के आदेश

Punjab News: आज रविवार को पंजाब में एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां एक मालगाड़ी बिना ड्राइवर के करीब 84 किलोमीटर तक दौड़ती रही. गनीमत रही कि इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई. इस घटना से रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया. ट्रेन को पंजाब के दसूहा के पास रोका गया. रेलवे ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं.

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बिना ड्राइवर के 84 किलोमीटर तक दौड़ी ट्रेन. (Video Grab)
बिना ड्राइवर के 84 किलोमीटर तक दौड़ी ट्रेन. (Video Grab)

जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कठुआ रेलवे स्टेशन (Kathua Railway Station) पर रुकी एक मालगाड़ी अचानक पठानकोट की ओर चल पड़ी. यह ट्रेन ढलान के कारण बिना ड्राइवर के चलने लगी थी, जिसके बाद बिना ड्राइवर के ट्रेन करीब 84 किलोमीटर तक दौड़ती रही. इस घटना से रेलवे के अधिकारियों में हड़कंप मच गया.

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आनन-फानन में कड़ी मशक्कत के बाद ट्रेन को पंजाब के मुकेरियां में ऊंची बस्सी के पास रोका गया. जम्मू के डिवीजनल ट्रैफिक मैनेजर का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है. 

जानकारी के अनुसार, यह घटना रविवार सुबह करीब 7:10 बजे की है. जम्मू के कठुआ में ड्राइवर ने मालगाड़ी संख्या 14806R को रोका था. यहां ड्राइवर ट्रेन से उतरकर चाय पीने चला गया. इसी दौरान ट्रेन अचानक चल पड़ी और स्पीड पकड़कर दौड़ने लगी.

बिना ड्राइवर के 84 किलोमीटर तक दौड़ती रही ट्रेन, रेलवे में मचा हड़कंप

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कठुवा रेलवे स्टेशन के करीबी सूत्रों का कहना है कि मालगाड़ी कंक्रीट लेकर जा रही थी. यह कंक्रीट कठुआ से लोड किया गया था. जब चालक और सह-चालक चाय के लिए रुके तो इंजन चालू था. उसी बीच सुबह 7:10 बजे ट्रेन अचानक चल पड़ी. सूत्रों का कहना है कि ट्रेन से उतरने से पहले ड्राइवर ने हैंडब्रेक नहीं खींचे थे.

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बिना ड्राइवर के 84 किलोमीटर तक दौड़ती रही ट्रेन, रेलवे में मचा हड़कंप

ड्राइवर ने ट्रेन को जाते देखा तो उड़ गए होश

इसके बाद जब ड्राइवर ने देखा कि ट्रेन चल पड़ी है तो उसके होश उड़ गए. मामले की जानकारी रेलवे के उच्चाधिकारियों को दी गई. इसके बाद ट्रेन को रोकने के प्रयास किए गए. कई प्रयास विफल रहे. इसके बाद यात्री ट्रेनों के ड्राइवरों और कर्मचारियों ने दसूहा के पास ऊंची बस्ती इलाके में ट्रेन को रोक लिया. उस समय तक ट्रेन 84 किलोमीटर तक चल चुकी थी.

गनीमत रही कि ट्रैक पर सामने से कोई अन्य ट्रेन नहीं थी, अन्यथा बहुत बड़ा हादसा हो सकता था. इस घटना किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है. रेलवे ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और कारणों का पता लगाने के लिए एक टीम फिरोजपुर से भेजी गई है.

रेलवे सूत्रों का कहना है कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि जब पहला क्रू चला गया और दूसरा क्रू कार्यभार संभाल रहा था तो ट्रेन का केबिन सिक्योर नहीं था. मालगाड़ी रेलवे निर्माण के लिए सामग्री ले जा रही थी. जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

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