पंजाब सरकार ने गन्ना किसानों की मांग मान ली है. इसके साथ ही पंजाब सरकार ने गन्ने का रेट बढ़ाकर 360 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है. पंजाब के किसान गन्ने के रेट बढ़ाने को लेकर आंदोलन कर रहे थे. इस तरह सरकार द्वारा नए रेट की घोषणा करने के बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन वापस ले लिया है. मुख्यमंत्री ने किसान नेताओं के साथ बैठक के बाद गन्ने के राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है.
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. उसके कैप्शन में लिखा है- मैं किसानों की भलाई के लिए, उनकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हूं. आगे भी अपने सक्षमता के हिसाब से यथासंभव उनकी मदद करता रहूंगा.
I am committed to safeguarding the rights of our farmers and will continue to do everything in my capacity to support them in every possible way. pic.twitter.com/jr8UwLfsCF
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) August 24, 2021
वहीं किसान मोर्चा एकता ने भी ट्वीट कर प्रसन्नता जाहिर की है. उन्होंने लिखा है- पंजाब किसान यूनियन और किसान सीएम अमरिंदर सिंह के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने गन्ने की कीमत 310 रुपये से बढ़ाकर 360 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. यह हमारे किसानों और पंजाब के लिए बड़ी जीत है. यह किसान एकता की जीत है.
वहीं पंजाब कांग्रेस के नए नवेले प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भी कैप्टन सरकार के इस फैसले को लेकर उनकी तारीफ की है. उन्होंने लिखा, 'गन्ने के एसएपी में बढ़ोतरी को लेकर मैं सरकार की प्रशंसा करता हूं. अब चार राज्यों के मुकाबले हमारे प्रदेश में सबसे अधिक एसएपी है.'
Kudos to the Government for this hike in SAP for Sugarcane Farmers !! Now we have the highest SAP among the four states.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) August 24, 2021
इससे पहले किसानों ने जालंधर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग और रेल पटरियों को बाधित कर कर दिया था. किसानों का कहना था कि राज्य सरकार द्वारा हाल में घोषित बढ़ोतरी अपर्याप्त थी, क्योंकि उनकी उत्पादन लागत काफी बढ़ गई है.
उनकी मांग को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का भी समर्थन मिला था, जिन्होंने पंजाब के किसानों के लिए बेहतर कीमत की वकालत की थी. किसानों का आंदोलन मंगलवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर गया था.
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार गन्ने के दामों में बढ़ोतरी की मांग पर सहमति जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की वित्तीय स्थिति को देखते हुए पिछले तीन-चार साल से राज्य में एसएपी में पर्याप्त बढ़ोतरी नहीं हो सकी थी.
प्रवक्ता ने कहा कि बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समस्या के लिए किसानों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता, बल्कि ऐसा पंजाब की खराब वित्तीय स्थिति के कारण हुआ.
अधिकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हमेशा किसानों के साथ थे और उनकी भलाई के लिए हर संभव उपाए करना चाहते थे, लेकिन राज्य के वित्तीय संकट के चलते वह पहले एसएपी को बढ़ा नहीं सके.
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अमरिंदर सिंह के साथ बैठक के बाद किसान नेता मंजीत सिंह राय ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री गन्ने के दाम बढ़ाने पर राजी हो गए हैं. उन्होंने कहा कि किसानों का बकाया भुगतान 15 दिनों में करने का भरोसा दिया गया है. किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने राज्य सरकार द्वारा गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी को किसानों की बड़ी जीत बताया.
कांग्रेस के सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने राज्य की अमरिन्दर सिंह सरकार का किसानों की मांगों को मानने के लिये धन्यवाद करते हुये कहा कि पंजाब के किसानों को अब पूरे देश में सबसे ऊंचा एसएपी मिलेगा. राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को बढ़े दाम के रूप में अतिरिक्त 300 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे.