बेमौसम बरसात ने पंजाब में हजारों टन गेहूं की तैयार फसल को खराब कर दिया है. फसल खराब होने से निराश किसानों को सरकार ने गुरुवार को नुकसान की भरपाई करने का भरोसा दिया है. पंजाब में पिछले 24 घंटों में हुई बारिश से खुले आसमान के नीचे रखा गेहूं भीग जाने से किसानों का भारी नुकसान हुआ है. स्टोरेज की सही व्यवस्था नहीं होने से गेहूं की फसल खराब हुई.
फ़ूड एंड सिविल सप्लाइज मिनिस्टर भारत भूषण आशु ने कहा है कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि मौसम की अनियमितताओं के कारण हुए नुकसान से किसानों को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बुधवार को आई आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश में अनाज मंडियों में पड़ा गेहूं भीग गया, जिसकी वजह से गेहूं की फसल खराब हुई है.
आशु ने कहा, "चाहे किसान हों, मजदूर या आढ़ती, किसी का भी सरकार नुकसान नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि मंडी बोर्ड को मंडियों में व्यवस्था को अपग्रेड करने और बारिश से अनाज की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.
पंजाब में अब तक लगभग 118 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है. प्रदेश में पिछले साल इस समय तक 112 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी.
उत्तर भारत में मौसम के इस बदले मिजाज ने कई इलाकों में तापमान काफी नीचे गिरा दिया था. बारिश से लोगों को तो गर्मी से राहत मिली थी पर दूसरी ओर किसानों की चिंता बढ़ा दी.
हिमाचल, हरियाणा और पंजाब समेत पूरे उत्तर भारत में धूल भरी आंधी और बारिश के चलते किसानों का अनाज खराब हुआ है. दरअसल, किसानों की काफी फसल अभी भी मंडियों में पड़ी है, जिसके चलते इसके भीगने से फसल खराब हुई है.