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पंजाब में गन कल्चर को लेकर सख्ती, बीते 15 दिनों में दर्ज हुईं 137 FIR, 1062 लाइसेंस रद्द 

पंजाब में गन कल्चर को लेकर भगवंत सरकार सख्त हो गई है. इसको लेकर बीते 13 नवंबर को नए नियम भी लागू किए गए थे, जिसके बाद बंदूक कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों और सार्वजनिक स्थानों व सोशल मीडिया पर हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगाई जाएगी. बीते 15 दिनों में इसको लेकर अभियान चलाया गया और 137 FIR दर्ज की गईं. 

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विपक्ष ने साधा AAP पर निशाना
विपक्ष ने साधा AAP पर निशाना

पंजाब सरकार ने बीते 13 नवंबर को राज्य में आर्म्स रेगुलेशन को लेकर नए नियमों की घोषणा की थी. इनके मुताबिक, बंदूक लाइसेंसों की समीक्षा की जाएगी और गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों और सार्वजनिक स्थानों व सोशल मीडिया पर हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगाई जाएगी. बीते 15 दिनों में इसको लेकर अभियान चलाया गया और 137 FIR दर्ज की गईं. 

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गानों में गन कल्चर को बढ़ावा देने के लिए एक पुलिस कांस्टेबल कुलजीत रजिना के अलावा 5 और लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. दिलचस्प बात ये है कि पुलिस ने बंदूक के खिलौनों को लेकर बच्चों को भी नहीं बख्शा. पुलिस ने अमृतसर के रहने वाले 10 साल के बच्चे कथूनंगल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया, जिसके पिता ने 4 साल की उम्र में बंदूक के खिलौने के साथ उसकी फोटो ली थी. हालांकि आलोचना होने के बाद पुलिस ने इस मामले को हटा दिया. 

जालंधर में एक रेस्टोरेंट के मालिक सहज अरोड़ा और रूप कौर के खिलाफ भी बंदूक के खिलौने के खिलाफ फोटो खिंचवाने के लिए एफआईआर दर्ज की गई. हैरानी की बात ये है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनके कैबिनेट सहयोगी अनमोल गगन मान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिन्होंने बंदूक भी उठा रखी थी. इसके अलावा एक खालिस्तानी ग्रुप के प्रमुख वारिस पंजाब डी अमृतपाल सिंह को भी अपने समर्थक के साथ बंदूक लहराते देखा गया. पुलिस ने समर्थक के खिलाफ मामला दर्ज किया लेकिन अमृतपाल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. 

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पुलिस ने दिया था 72 घंटे का वक्त

पुलिस ने शनिवार को लोगों को सोशल मीडिया से आपत्तिजनक सामग्री हटाने के लिए 72 घंटे का समय दिया था. सीएम भगवंत मान और अनमोल गगन मान की बंदूक वाली तस्वीरें हटा दी गईं, लेकिन सैकड़ों फेसबुक और इंस्टाग्राम पोस्ट और वीडियो थे, जो खुले तौर पर बंदूकों का महिमामंडन करते थे. कई आपत्तिजनक सोशल मीडिया पर केंद्र सरकार को चुनौती देने वाले और बंदूकों का महिमामंडन करने वाले गाने आज भी मौजूद हैं. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे आपत्तिजनक सामग्री की पुष्टि कर रहे हैं. 

आईजी मुख्यालय की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया, जिसमें कहा गया है कि हथियारों के नए लाइसेंस जारी करने पर कोई रोक नहीं है. खतरे को देखते हुए लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं. कोई भी शख्स अपने लाइसेंसी हथियार को लेकर जा सकता है, लेकिन किसी को डरा या प्रदर्शन नहीं कर सकता है. सत्यापन के बाद योग्यता के आधार पर नए लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं.  

मजीठिया ने की अनमोल के खिलाफ एक्शन की मांग 

आम आदमी पार्टी के गन कल्चर को खत्म करने के अभियान पर शिरोमणि अकाली दल ने हमला बोला. पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने अनमोल गगन मान के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि 'राज्य सरकार सामान्य नागरिकों और उनके राजनीतिक आकाओं के लिए दो अलग-अलग कानूनों का इस्तेमाल कर रही है.' 

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बीते 15 दिन में 1062 लाइसेंस कैंसिल 

इस समय गन लाइसेंस जारी करने के मामले में पंजाब तीसरे स्थान पर है. सरकार ने अनुमानित चार लाख बंदूक लाइसेंस जारी किए हैं और प्रत्येक लाइसेंस धारक को एक लाइसेंस पर दो बंदूकें रखने की अनुमति दी है. पुलिस द्वारा चलाए गए बंदूक लाइसेंस अभियान में खुलासा हुआ है कि सैकड़ों लाइसेंस फर्जी पते पर जारी किए गए थे. इस दौरान फिरोजपुर में 666, पटियाला में 274, फरीदकोट में 90 और मोहाली में 32 सहित 1,062 से अधिक बंदूक लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं.

 

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