पंजाब की राजनीति में किसान आंदोलन के असर की परीक्षा आज होने वाली है. किसान आंदोलन के बीच पंजाब में रविवार 14 फरवरी को हुए अहम निकाय चुनावों के नतीजे बुधवार को घोषित होंगे.
हर नगर निगम में 50 वार्ड हैं जबकि नगर काउंसिल और नगर पंचायत में 15-15 वॉर्ड हैं. वार्डों में चुनकर आने वाले काउंसलर आगे चेयरमैन और मेयर का चुनाव करेंगे.
पंजाब में आठ नगर निगमों के लिए 400 और 109 नगर परिषदों/नगर पंचायतों के लिए 1902 सदस्य चुने जाएंगे. पंजाब में 8 नगर निगमों अबोहर, बठिंडा, बटाला, कपूरथला, मोहाली, होशियारपुर, पठानकोट, मोगा और 109 नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के लिए रविवार को चुनाव हुए थे.
ये चुनाव इसलिए भी अहम हैं क्योंकि इसमें पंजाब की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के साथ ही अकाली दल, आम आदमी पार्टी और बीजेपी सभी अपने पार्टी सिंबल पर चुनाव मैदान में हैं.
कुल 9,222 उम्मीदवारों में से 2,832 प्रत्याशी निर्दलीय हैं. वहीं, राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के 2,037 उम्मीदवार, अकाली दल के 1,569, बीजपी के 1,003 जबकि आम आदमी पार्टी के 1,606 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
अकाली दल के अलग होने के बाद अपने दम पर ही राज्य में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही बीजेपी के लिए भी ये चुनाव काफी अहम हैं. हालांकि किसान आंदोलन की वजह से बीजेपी के प्रत्याशियों को इन निकाय चुनावों में पूरे पंजाब में जगह-जगह भारी विरोध का सामना भी करना पड़ा है. साथ ही इन चुनावों में घोषित सीटों में से तकरीबन 50% सीटों पर बीजेपी अपने उम्मीदवार भी नहीं उतार सकी है.